भारतीय क्रिकेट में वीरेन्द्र सहवाग के नाम के एक अलग ही मायनें हैं। भले ही वीरेन्द्र सहवाग को एक यादगार फेयरवेल नहीं मिला लेकिन उन्होनें अपने करियर में जो किया वो सबसे ज्यादा यादगार हो गया।
वीरेन्द्र सहवाग को विश्व क्रिकेट का सबसे खतरनाक बल्लेबाज माना जाता है। लेकिन वीरेन्द्र सहवाग के करियर में एक ऐसा दौर आया था जब वो टीम में स्थान बनाने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे थे।
वीरेन्द्र सहवाग को लेकर लक्ष्मण ने किया बड़ा खुलासा
वैसे आमतौर पर देखा जाता है कि एक खिलाड़ी अपनी खराब फॉर्म के बाद भी किस तरह से अपनी और से हर तरह की कोशिश कर टीम में स्थान बनाने की कोशिश करता है।
एक खिलाड़ी बुरे दौर में भी टीम में जगह बनाने के लिए पैरवी का कोई भी मौका नहीं छोड़ता हैं, लेकिन वीरेन्द्र सहवाग ने तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कमेंट्री के दौरान वीवीएस लक्ष्मण ने वीरेन्द्र सहवाग को लेकर एक ऐसा खुलासा कर डाला जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे।
सहवाग खुद ने अपनी खराब फॉर्म के कारण टीम में शामिल नहीं करने को कहा
खिलाड़ी तो खराब फॉर्म के बाद भी टीम में बने रहना चाहता है लेकिन वहीं वीरेन्द्र सहवाग ने साल 2007-08 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुने जाने को कहा।
वीरेन्द्र सहवाग से इस दौरे के लिए टीम के सेलेक्टर्स भुपेन्द्र सिंह से अपनी खराब फॉर्म का हवाला देते हुए उन्हें टीम में नहीं चुने जाने की बात कहीं।
सहवाग ने कहा मेरी जगह करे आकाश चोपड़ा को शामिल
इस बात का खुलासा करने हुए वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि
“ये वाकया 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के पहले का है, जब गौतम गंभीर चोटिल हो गए थे तब वीरू ने खुद मुख्य चयनकर्ता भूपेन्द्र सिंह से कहा था कि ‘मैंने पिछली 8 पारियों में केवल 36 रन बनाए हैं जिसमें मेरा बेस्ट 30 रन रहा है। इसलिए मुझे 2007-08 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए मुझे ना चुने। मेरी जगह आकाश चोपड़ा को टेस्ट टीम में जगह दी जाए, जिन्होनें घरेलु सीजन में 1200 से ज्यादा रन बनाए हैं।”
सहवाग को टीम में लेने पर साबित की अपनी फॉर्म
लेकिन वहीं चयनकर्ताओं ने तो वीरेन्द्र सहवाग की एक नहीं सुनी और उन्हें टीम में जगह दे दी। इस दौरे पर वीरेन्द्र सहवाग ने अपनी खोई हुई लय को हासिल करते हुए शानदार बल्लेबाजी की।
वीरेन्द्र सहवाग को पहले दो टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन अगले दो टेस्ट मैच में वीरेन्द्र सहवाग ने 71.50 की औसत से 286 रन बनाए। इस दौरान सहवाग ने एक पचासा और एक शतक लगाया।