आईपीएल के पहले संस्करण में डेक्कन चार्जर्स की टीम अंतिम स्थान पर रही थी. सितारों से सजी, पेपर पर सबसे मजबूत दिखने वाले डेक्कन चार्जर्स की टीम पॉइंट्स टेबल पर सबसे निचले पायदान पर रही.
डेक्कन चार्जर्स ने अपने वर्ष 2009 आईपीएल के दुसरे संस्करण में शानदार वापसी किया, दक्षिण अफ्रीका में आयोजित इस संस्करण में डेक्कन चार्जर्स की टीम चैंपियन बनकर भारत लौटी. आईपीएल 2008 में ख़राब के बाद टीम एकजुटता दिखाई और शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया.
डेक्कन चार्जर्स के विजेता बनने के बाद आईपीएल के 7 संस्करण ओर हो चुके है. डेक्कन चार्जर्स टीम मौजूदा समय में आईपीएल का हिस्सा नहीं है, जिस कारण टीम के कई खिलाड़ी दूसरी टीम के लिए खेलते है, जबकि कुछ खिलाड़ी अब क्रिकेट सा संन्यास के चुके हैं.
इस लेख में जानेगे कि आईपीएल 2009 की विजेता डेक्कन चार्जर्स टीम के अब कहा हैं?
1) एडम गिलक्रिस्ट- कप्तान
आईपीएल 2009 में डेक्कन चार्जर्स की जीत में प्रेरणादायक कप्तान एडम गिलक्रिस्ट की अहम भूमिका रही. आईपीएल 2009 के बाद 4 वर्षो तक गिलक्रिस्ट में क्रिकेट खेला. जिसके बाद पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज़ एडम गिलक्रिस्ट ऑस्ट्रेलिया की घरेलु लीग बिग बैश में कमेंट्री और विश्लेषक की भूमिका में नज़र आते रहे हैं.
2) हर्शल गिब्स
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ हर्शल गिब्स मैदान पर रंग बिरंगे छवि के खिलाड़ी रहे हैं. क्रिकेट से संन्यास के बाद आजकल हर्शल गिब्स अपने परिवार के साथ ज़िन्दगी बिता रहे हैं.
हाल में दक्षिण अफ्रीका के इंग्लैंड दौरे के दौरान डेक्कन चार्जर्स के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ गिब्स बीबीसी रेडियो के लिए कमेंटेटर और विश्लेषक की भूमिका में नज़र आये थे.
3) तिरुमलसेट्टी सुमन
तिरुमलसेट्टी सुमन डेक्कन चार्जर्स के आलावा मुंबई इंडियंस और पुणे वारियर्स इंडिया के लिए भी आईपीएल खेल चुके हैं. सुमन अब भी सक्रिय क्रिकेटर हैं. सुमन हैदरबाद के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते है, इसके साथ सुमन आईपीएल 9 की विजेता टीम सनराइजर्स हैदरबाद के सदस्य भी रहे हैं.
4) एंड्रयू सायमंड्स
एडम गिलक्रिस्ट की तरह एंड्रयू सायमंड्स भी आजकल ऑस्ट्रेलिया की घरेलु टी-ट्वेंटी लीग बिग बैश में कमेट्री करते हुए दिखाई देते हैं. इसके साथ ही वह दुबई में आयोजित मास्टर चैंपियंस लीग में कैपरीकॉर्न कमांडर्स के हिस्सा भी रहे हैं.
कुछ दिनों पहले अफ़वाह यह भी थी कि सायमंड्स टी-ट्वेंटी में दोबारा वापसी कर सकते हैं. बांग्लादेश में आयोजित टी-ट्वेंटी विश्वकप 2014 से पहले दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध खेली गई टी-ट्वेंटी सीरीज के दौरान सायमंड्स ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ सहायक कोच के रूप में जुड़े थे.
5) रोहित शर्मा
मौजूदा समय में रोहित शर्मा सिमित ओवरों के क्रिकेट में भारतीय के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में शामिल हैं. रोहित शर्मा आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के कप्तान है, उनकी कप्तानी के अंतर्गत मुंबई इंडियंस तीन बार ख़िताब भी जीत चुकी हैं.
रोहित शर्मा एकदिवसीय क्रिकेट इतिहास में तीन दोहरे शतक लगाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज़ हैं.
6) वेणुगोपाल राव
वेणुगोपाल राव एक बेहद होनहार और प्रतिभाशाली खिलाड़ी रहे, लेकिन वह भारत की राष्ट्रीय टीम में अपने आप को स्थापित करने में नाकाम रहे. निरंतरता की कमी के कारण राव कुछ समय तक ही भारतीय का हिस्सा रहे, जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर रहना पड़ा.
आईपीएल के दौरान भी होनहार वेणुगोपाल राव में निरंतरता की कमी दिखाई दी, जिस कारण वह किसी एक फ्रंचाईजी के लिए निरंतर आईपीएल नहीं खेल पायें. वर्ष 2015-16 में राव हैदराबाद रणजी टीम छोड़कर गुजरात के लिए रणजी खेलने लगे.
7) अज़हर बिलाखिया
अज़हर बिलाखिया वर्ष 2009 से लगातार बडौदा टीम के सदस्य रहे, फिर अचानक उनके प्रदर्शन में गिरावट आई और उनके प्रदर्शन में सवाल उठने लगे.
अज़हर बिलाखिया डेक्कन चार्जर्स के लिए कोई भी यादगार पारी खेलने में नाकाम रहे, लेकिन फिर भी वह डेक्कन चार्जर्स की विजेता टीम के सदस्य रहे.
वर्ष 2010 में 24 वर्ष की उम्र में अज़हर बिलाखिया ने क्रिकेट से संन्यास लिया और पारिवारिक बिजनेस संभालने लगे.
8) रयान हैरिस
वर्ष 2013 एशेज सीरीज में मिचेल जॉनसन के साथ यादगार प्रदर्शन करने के लिए रयान हैरिस हमेशा याद किया जाता रहेगा. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज़ रयान हैरिस डेक्कन चार्जर्स और किंग्स XI पंजाब के लिए आईपीएल खेल चुके हैं.
चोट के कारण हैरिस का क्रिकेट करियर बेहद प्रभावित रहा. घुटने की चोट कारण वर्ष 2015 में एशेज सीरीज से ठीक पहले हैरिस में अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा, जिसके बाद एशेज 2015 में ऑस्ट्रेलिया को हार का सामना करना पड़ा.
9) प्रज्ञान ओझा
ऑफ-स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने डेक्कन चार्जर्स के निरन्तर अच्छा प्रदर्शन किया, इसके इनाम के फलस्वरूप उन्हें राष्ट्रीय में जगह मिली. राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के बाद अचानक उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली.
प्रज्ञान ओझा पर अवैध गेंदबाजी एक्शन के प्रतिबंध भी लगाया गया. हालाँकि ओझा ने जल्द ही अपनी गेंदबाजी एक्शन में सुधार किया और बंगाल के लिए रणजी 2015-16 खेलते हुए नज़र आये. आईपीएल नीलामी 2018 के दौरान स्पिनर प्रज्ञान ओझा को कोई खरीददार नहीं मिला था.
10) हरमीत सिंह
युवा तेज गेंदबाज़ हरमीत सिंह ने अपने गेंदों में मिश्रण द्वारा कई बार बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशानी में डाला. लेकिन कुछ समय बाद ही बल्लेबाज़ उनकी गेंदों को आसानी से पढने लगे. डेक्कन चार्जर्स के आलावा हरमीत किंग XI पंजाब के लिए भी आईपीएल खेलते हुए दिखाई दिए, हालाँकि हरमीत अपने प्रदर्शन से कुछ खास प्रभाव नहीं डाल पायें.
आईपीएल नीलामी 2016 में हरमीत कोई खरीददार नहीं मिला. रणजी ट्राफी में हरमीत पंजाब के लिए खेलते हैं.
11) आर.पी. सिंह
वर्ष 2009 में जब डेक्कन चार्जर्स आईपीएल चैंपियन बना उस दौरान आरपी सिंह अपनी ड्रीम फॉर्म में थे. दक्षिण अफ्रीका के परिस्तिथियो में डेक्कन चार्जर्स के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट में सिंह का बेहद अच्छे से प्रयोग किया.
हालाँकि आईपीएल 2009 में प्रदर्शन को आरपी दोबारा दोहराने में नाकाम रहे. कुछ समय बाद ही आरपी की स्विंग और गति में गिरावट आने लगी. आईपीएल 2013 में आरपी सिंह मुंबई इंडियंस के सदस्य रहे. लेकिन इसके बाद आईपीएल 2014-15 नीलामी में उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला. आईपीएल नीलामी 2016 में आरपी सिंह को राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स ने ख़रीदा.
रणजी ट्राफी 2016-17 में आरपी सिंह उत्तरप्रदेश टीम छोड़कर गुजरात की ओर से रणजी ट्राफी खेलते हुए नज़र आये. अब आर पी सिंह एक कमेंटेटर के तौर पर नजर आते हैं.