आज से त्रिकोणीय टी-20 सीरीज की शुरुआत हो रही है। यह मैच श्रीलंका के कोलम्बो में खेले जाएंगे। इस सीरीज का नाम निदाहास ट्राफी रखा गया है। सीरीज में श्रीलंका, भारत के साथ साथ बंगलादेश की टीम भी शामिल होगी। दोनों टीमों के बावजूद भी भारतीय टीम को इस सीरीज का प्रबल दावेदार मन जा रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्यूंकि पिछली निदाहास ट्राफी में भी भारत ही विजयी बना था। जो की 1998 में हुई थी।
क्यों कहा गया इसे निदाहास ट्राफी
सभी को नादाहास ट्राफी के शुरू होने का बेसब्री से इंतज़ार है। पर किसी को यह नहीं पता होगा कि इस सीरीज का नाम निदाहास ट्राफी क्यों रखा गया है। तो आइये जानते है इसका करण –
यह सीरीज श्रीलंका की आजादी के 70 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित की गई है। यही वजह है कि इसे निदाहास टी-20 सीरीज नाम दिया गया है। निदाहास श्रीलंका की सिंहली भाषा का शब्द है। जिसका मतलब आजादी है। संस्कृत में भी निदाहास शब्द का प्रयोग किया जाता है। पालि और संस्कृत का सिंहली भाषा पर काफी असर देखने को मिलता है। श्रीलंका की कई राजनीतिक दलों में भी इस निदाहास शब्द का किया जाता है। यही कारण है कि इस को सीरीज को श्रीलंका की आजादी से जोड़ते हुए, निदाहास ट्राफी का नाम दिया गया है। यही वजह है कि श्रीलंका इसे हर हाल में जीतना चाहता है।
कोई भी जीत सकता है सीरीज
अब तक सभी का मननी यही है कि भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच त्रिकोणीय टी-20 सीरीज में सबसे मजबूत टीम भारत ही है। इस पर रोहित शर्मा कि सुने तो उन्हें ऐसा बिल्कुल नहीं लगता है। रोहित का कहना है कि ‘टी-20 सीरीज में कोई भी जीत सकता है।’ कप्तान रोहित शर्मा ने मैच से पहले पत्रकारों से कहा कि ‘हम दावेदार है या नहीं, मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं।’
आज से शुरू हो रही है सीरीज
इस सीरीज का पहला मुकाबला आज भारत और मेजबान श्रीलंका के बीच खेला जाएगा। यह मुकाबला पहले 8 मार्च से खेला जाना था। लेकिन अब इस दो दिन पहले रखा गया है। जिससे इस सीरीज का फाइनल रविवार, 18 मार्च को खेला जा सके। इस सीरीज में कुल सात मुकाबले खेले जाएंगे।
कुछ इस तरह होगा मैच का शेड्यूल
6 मार्च- श्रीलंका बनाम भारत
8 मार्च – बांग्लादेश बनाम भारत
10 मार्च- श्रीलंका बनाम बांग्लादेश
12 मार्च- श्रीलंका बनाम भारत
14 मार्च – बांग्लादेश बनाम भारत
16 मार्च- श्रीलंका बनाम भारत
18 मार्च, फाइनल
यह सभी मैच शाम 7 बजे से खेले जाएंगे।