केएल राहुल के टेस्ट क्रिकेट में लगातार खराब प्रदर्शन के बाद रोहित शर्मा को बतौर टेस्ट ओपनर बल्लेबाज के रूप में अजमाया गया. रोहित ने भी टीम मैनेजमेंट और अपने फैंस को निराश ना करते हुए इस भूमिका को अब तक काफी अच्छी तरह से निभाया है. इसी बीच भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर अजमाने का सही कारण बताया है.
हम किसी विश्वसनीय और अनुभवी व्यक्ति के साथ जाना चाहते थे
भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने क्रिकबज को दिए गए अपने एक इंटरव्यू में कहा, “रोहित शर्मा ने पिछले कुछ वक्त में सफेद गेंद के फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया, इसमें कोई दोराय नहीं है. जब कोई इंग्लैंड में वनडे विश्व कप में पांच शतक बनाता है, तो आपको उन पर ध्यान देना होगा.
हमने पृथ्वी शॉ को देखा, उन्होंने शानदार शुरुआत की लेकिन फिर उनकी फिटनेस खराब हो गई, उनकी फॉर्म गिर गई और किसी भी कारण से वह टीम से बाहर हो गए. मयंक वहां थे लेकिन दूसरे सलामी बल्लेबाज को लेकर चिंता थी. हम किसी विश्वसनीय और अनुभवी व्यक्ति के साथ जाना चाहते थे.”
चयन समिति ने विराट कोहली और रवि शास्त्री के साथ बैठकर बात की
एमएसके प्रसाद ने बताया की रोहित शर्मा को बतौर टेस्ट ओपनर अजमाने में कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री का भी बड़ा हाथ रहा, उन दोनों ने रोहित के टेस्ट ओपनर के लिए तुरंत हामी भर दी थी. एमएसके प्रसाद ने कहा, “चयन समिति ने विराट कोहली और रवि शास्त्री के साथ बैठकर इस मामले पर काफी बहस की. इसके अलावा प्रियांक पांचाल और अभिमन्यु ईश्वरन के लिए एक कठिन घरेलू सीजन का मतलब यह भी था कि भारत के पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए आत्मविश्वास के साथ सलामी बल्लेबाज नहीं था. रोहित ने लंबे समय तक सफेद गेंद वाले क्रिकेट में ऐसा किया था.
अगर कोई इंग्लैंड में पांच शतक लगा रहा है तो बेशक वह सफेद गेंद है लेकिन अपनी तकनीक मजबूत की है. विश्व कप के बाद, हम इंग्लैंड में विराट और रवि के साथ बैठकर चर्चा करने लगे कि हम उन्हें कैसे टीम में ला सकते हैं. दुर्भाग्य से प्रियांक पांचाल और एआर ईश्वरन का सीजन थोड़ा कठिन रहा. इसी सब को ध्यान में रखते हुए हमने सोचा कि हमें अनुभव के साथ एक ठोस व्यक्ति की जरूरत है. सफेद गेंद के क्रिकेट में उनके प्रदर्शन को देखते हुए हमने सोचा कि क्यों ना हम उन्हें आजमाएं. हमने बहुत बहस की थी.”
मैंने व्यक्तिगत रूप से रोहित से बात की
एमएसके प्रसाद ने आगे कहा, “मैंने व्यक्तिगत रूप से रोहित से बात की. वह इस चुनौती को स्वीकार करने से ज्यादा खुश थे. वह चुनौती के लिए तैयार थे. हमने उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इलेवन में मौका दिया. टेस्ट सीरीज शुरू होने के बाद उनका अनुभव हावी हो गया और उन्होंने शानदार शुरुआत की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.”