Hardik Pandya: टीम इंडिया के लिए हालिया समय में टी20 कप्तान की जिम्मेदारी निभा रहे हार्दिक पांड्या के सितारे बुलंदी पर है. टी20 फॉर्मेट में कीवी टीम के खिलाफ उनकी कप्तानी में शानदार जीत हासिल की. मैच में जहाँ एक तरफ शुभमन गिल के पहले टी20 शतक ने भारत के जीत की नींव रखी.
गिल के अलावा हार्दिक पांड्या ने 4 विकेट अपने नाम कर टीम को जीत दिलवाई. पांड्या ने फ्रंट लाइन बॉलर की तरह पहला ओवर डाला जो मैच को देखते हुए अच्छा भी साबित हुआ लेकिन यह आगामी बड़े टूर्नामेंट को देखते हुए कितना सही साबित होता है, आइये जानते है.
बड़े टूर्नामेंट में साबित होगा गलत फैसला
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) इस समय भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा की गैर-मौजूदगी में टीम के कप्तान की भूमिका निभाते नज़र आते है. अपनी कप्तानी में वो पहले ओवर फेंकते हुए नज़र आते है लेकिन हार्दिक को यह ध्यान रखना होगा की यह सीनियर खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप 2023 को देखते हुए आराम दिया जा रहा है.
ऐसे में अगर आगामी टी20 वर्ल्ड कप की बात की जाए तो हार्दिक के द्वारा खुद पहले ओवर करना और स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ को शुरुआत में मौका ना देना एक बेहद गलत फैसला साबित हो सकता है. ऐसे में वर्ल्ड कप के लिए हार्दिक को एक ऑलराउंडर के तौर पर मिडिल ओवर में बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी पर ध्यान देना चाहिए.
विदेशी पिचों पर नहीं होगा असरदार
न्यूजीलैंड सीरीज में भारतीय सरज़मीं पर पिच काफी ज्यादा स्पिन के लिए मददगार साबित दिखी. ऐसी पिच पर हार्दिक की गेंदबाज़ी के इस फैसले को सही कहा जा सकता है लेकिन अगर आगमी वर्ल्ड कप 2024 की बात करे तो यह वेस्टइंडीज़ में खेला जाना है. इस टूर्नामेंट के लिये टीम में कई तेज़ गेंदबाज़ मौजूद होंगे.
ऐसे में विंडीज़ पिचों पर स्पिन गेंदबाजों के लिए जरा भी मदद मिलती दिखाई नहीं देती है तो हार्दिक (Hardik Pandya) का पहला ओवर फेंकना टीम के लिए नुकसान भरा साबित हो सकता है. शिवम् मावी को पिछले मुकाबले में उन्होने एक्स्ट्रा गेंदबाज़ के तौर पर उन्होने इस्तेमाल किया को गेंदबाज़ के आत्मविश्वास के लिए भी नुकसान भरा होता है.
टीम में अपनी भागीदारी को समझे
भले ही हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) का हालिया प्रदर्शन काफी शानदार रहा है लेकिन पांड्या टीम में एक फ़ास्ट बॉलर आलराउंडर के तौर पर भागीदारी रखते है. ऐसे में अगर हम प्लेइंग 11 पर नज़र डाले तो पांड्या एक तीसरे तेज़ गेंदबाज़ी के विकल्प के तौर पर दिखाई देते है. हार्दिक जिस गति की गेंदबाज हैं उनका इस्तेमाल मध्य के ओवरों में और बेहतर हो सकता है और वह टीम के लिए तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका बखूबी निभा सकते हैं.
वहीं यह माना जा रहा है कि टी20 फॉर्मेट में रोहित शर्मा के बाद टीम इंडिया के लिए हार्दिक पंड्या भावी कप्तान माने जा रहे हैं. ऐसे में हार्दिक के लिए यह बेहतर होगा कि वह एक कप्तान के रूप में सिर्फ गेंदबाज ही नहीं बल्लेबाज और टीम के एक लीडर के तौर पर खुद को निखारने का प्रयास करें.