ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत खेली जा रही इस टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम के रेगुलर कप्तान विराट कोहली भारत को लौट गए हैं। जिसके बाद मेलबर्न में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में अजिंक्य रहाणे भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं, जो बचे मैचों में कप्तानी करते नजर आएंगे।
अजिंक्य रहाणे ने अपनी कप्तानी से किया प्रभावित
विराट कोहली के जाने के बाद शनिवार से शुरू हुए बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के इस मुश्किल दौरे पर अजिंक्य रहाणे दूसरे टेस्ट मैच में कप्तानी करने उतरे, जहां उन्होंने अपनी कप्तानी से काफी प्रभावित किया।
अजिंक्य रहाणे पिछले कई सालों से टीम के उपकप्तान हैं, और वो कुछ मैचों में टीम की कप्तानी कर चुके हैं। इसी तरह से इस सीरीज के बचे मैचों में रहाणे को कप्तानी मिली और उन्होंने अपनी कप्तानी से मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन बढ़िया काम किया।
गावस्कर ने कहा, तारीफ करने पर लगता है मुंबईकर होने का आरोप
अजिंक्य रहाणे की कप्तानी को देश कमेन्ट्री के दौरान हर्षा भोगले ने सुनील गावस्कर से उनकी कप्तानी के बारे में पूछा, लेकिन गावस्कर ने ये कहते हुए इस पर ज्यादा बोलने से इनकार कर दिया कि उन पर तारीफ करने पर मुंबई के लड़कों का पक्ष लेने की बात होती है।
वैसे सुनील गावस्कर ने सोनी सिक्स पर कमेन्ट्री के दौरान कहा कि “इतनी जल्दी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। अगर मैं कहूंगा कि उसकी कप्तानी शानदार है तो फिर से मुझ पर मुंबई के खिलाड़ी का समर्थन करने का आरोप लगेगा और इसी तरह की चीजें होंगी।”
रहाणे की कप्तानी शानदार, गेंदबाजों ने दिया साथ
सुनील गावस्कर ने आगे कहा कि “इसलिए मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता क्योंकि अभी तो ये शुरुआत ही है। मैंने जो देखा है कि उसने पिछले दो टेस्ट में और वनडे मैच में जिस तरह से कप्तानी की थी, उसमें अच्छी समझ है कि क्षेत्ररक्षकों को कहां रखा जाना चाहिए।”
“लेकिन ये कहने के साथ ही, गेंदबाजों का क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करना भी अहम है। अगर गेंदबाज क्षेत्ररक्षण के हिसाब से गेंदबाजी करते हैं जैसा कि आज हुआ तो कप्तान बहुत अच्छा लगता है।”