भारतीय टीम इस समय 2019 में होने वाले वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए सभी खिलाड़ियों को आजमाना चाहती हैं, जिसके लिए टीम ने श्रीलंका के दौरे कुछ युवा खिलाड़ियों को खेलने का मौका भी दिया क्योकि भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री इस बात को पहले ही साफ कर चुके हैं, कि वे एक फिट टीम 2019 में रखना चाहते हैं, जिसके लिए उन्होंने श्रीलंका के दौरे से कुछ अनुभवी खिलाड़ियों को भी टीम से बाहर कर दिया था.
क्या युवराज को बाहर करना चाहिए था
श्रीलंका के खिलाफ जब पांच मैच की वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा हुयीं तो युवराज सिंह को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया क्योकि उस समय युवराज का फॉर्म भी अच्छा नहीं चल रहा था और उन्होंने चैम्पियंस ट्रॉफी के अलावा वेस्टइंडीज में प्रभावित करने वाला कोई खास प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन बाद में जब भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता ने युवराज के बाहर होने का मुख्य कारण उनकी फिटनेस को नहीं बल्कि होने आराम देना बताया था.
यो-यो टेस्ट में हुए थे फेल
भारतीय टीम से बहर किये जाने के बाद ऐसी खबरे आयीं थी कि युवराज सिंह यो-यो टेस्ट में फेल हो गयें थे, जिस कारण उन्हें टीम से बाहर किया गया था. श्रीलंका के दौरे पर भारत का अनुभवहीन मध्यक्रम रन बनाने में संघर्ष करता हुआ नजर आया जिसके बाद इस बात पर बहस लाजिमी हैं, कि 2019 में होने वाले वर्ल्डकप में भारत के नंबर चार पर खेलने के कौन सा खिलाड़ी सबसे उपयुक्त रहेगा.
एक नजर
पिछले एक साल में प्रदर्शन नंबर चार पर खेलने वाले खिलाड़ियों का (September 2015-September 2017) | |||||||||||||||
खिलाड़ी | समय | मैच | पारी | नॉट आउट | रन | उच्चतम स्कोर | औसत | गेंदे खेली | स्ट्राइक रेट | शतक | 50 | 0 | 4s | 6s | |
युवराज सिंह | 2017-2017 | 10 | 9 | 1 | 358 | 150 | 44.75 | 367 | 97.54 | 1 | 1 | 0 | 45 | 7 | |
आजिंक्य रहाणे | 2015-2016 | 4 | 4 | 0 | 271 | 89 | 67.75 | 246 | 110.16 | 0 | 3 | 0 | 23 | 5 | |
महेंद्रसिंह धोनी | 2015-2016 | 6 | 6 | 0 | 197 | 80 | 32.83 | 258 | 76.35 | 0 | 1 | 1 | 16 | 5 | |
मनीष पाण्डेय | 2016-2017 | 6 | 5 | 2 | 180 | 104* | 60.00 | 182 | 98.90 | 1 | 0 | 0 | 12 | 2 |
मनीष पाण्डेय हो सकते हैं विकल्प
श्रीलंका के दौरे पर आखिरी दो वनडे मैच के लिए टीम में शामिल किये गये बल्लेबाज मनीष पाण्डेय भारतीय टीम के नंबर चार के लिए विकल्प बन सकते हैं, क्योकि उन्होंने इस स्थान पर 6 पारी खेली हैं, जिसमे इस खिलाड़ी ने 60 के औसत से 182 रन बनायें हैं. मनीष पाण्डेय को भारतीय टीम को अभी और अवसर देने की जरूरत हैं, ताकि वे अपने आप को इस जगह पर अच्छी तरह से साबित कर सके.