वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो चुकी है। सीरीज के लिए टीम में कई खिलाड़ियों की वापसी हुई है। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार काफी समय से टीम से बाहर चल रहे थे। उनके अलावा मोहम्मद शमी को भी टी-20 टीम में जगह मिली है। शमी ने भारत के लिए अंतिम टी-20 मुकाबला 2017 में खेला था।
दीपक चाहर ने बेहतरीन गेंदबाजी की थी
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने बांग्लादेश के खिलाफ हुए अंतिम टी-20 मैच में हैट्रिक लिया था। उस मैच में दीपक ने 7 रन देकर 6 विकेट लिए थे। यह टी-20 इंटरनेशनल मैच में किसी भी गेंदबाज द्वारा सबसे बेहतरीन गेंदबाजी है।
उन्होंने भारत के लिए अभी तक 7 टी-20 मैच खेले हैं और इसमें उनके नाम 14 विकेट हैं। इन मैचों में उन्होंने सिर्फ 5.75 की इकॉनमी से रन दिए हैं और औसत 10 का रहा है। इसी प्रदर्शन की वजह से उन्हें वनडे टीम में भी जगह मिली है।
प्लेइंग इलेवन से बाहर होंगे?
भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 सीरीज का पहला मुकाबला 6 दिसंबर को हैदराबाद में खेला जाएगा। इस मैच में दीपक चाहर की जगह पर खतरा बन गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह टीम में मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार को शामिल करना है।
भुवनेश्वर वनडे और टी-20 में जसप्रीत बुमराह के साथ भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज हैं। इसी वजह प्लेइंग इलेवन में उनका खेलना लगभग तय है। वहीं मोहम्मद शमी जिस तरीके से टेस्ट में गेंदबाजी करने कर रहे हैं और उनके पास अनुभव भी है। ऐसे में दीपर चाहर को अंतिम मैच में हैट्रिक लेने के बाद भी बेंच पर बैठना पड़ सकता है।
करुण नायर के साथ हो चुका ऐसा
वीरेंद्र सहवाग के बाद करुण नायर भारत के लिए टेस्ट में तिहरा शतक बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बने थे। उन्हें 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ 303 रनों की पारी खेली थी। इस मैच के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था।
नायर को अजिंक्य रहाणे की जगह टीम में शामिल किया गया था और अगले मैच में उनकी वापसी की वजह से नायर को बेंच पर बैठना पड़ा था। भारतीय टीम शायद ही 3 प्रमुख तेज गेंदबाजों के साथ उतरे और ऐसे में दीपक चाहर को बेंच पर बैठना पड़ सकता है।