आईपीएल के 11वें सीजन में ऐसे बहुत से खिलाड़ी उभरकर सामने आए हैं, जिन्होने अपने प्रदर्शन के दम पर काफी नाम कमाया है. कई बार शानदार प्रदर्शन कर के अपनी टीम को जीत दिलाई है. इसमें एक नाम मुंबई इंडियन्स की ओर से खेल रहे खिलाड़ी ईशान किशन का भी है.
उनके आईपीएल में शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा माना जा रहा था कि उन्हें इंग्लैंड के आगामी दौरे के लिए भारत ए टीम का हिस्सा बनाया जाएगा. लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी सा फिर गया है. उन्हें इस दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है.
खेल को अगले स्तर पर ले जाने की है कोशिश
इस पर बल्लेबाज ईशान किशन ने कहा,
“यह दर्द देता है, क्योंकि मैंने सोचा था कि मैं इण्डिया ए टीम में जगह बनाने में कामयाब हो जाऊंगा. लेकिन ठीक है अगर चयनकर्ता ऐसा नहीं सोचते हैं, तो क्योंकि ये मेरे हाथ में नहीं है. मैं अपने खेल को सिर्फ अगले स्तर पर ले जा सकता हूँ और फिलहाल मेरा ध्यान उसी पर है.”
मजबूती से करूँगा वापसी
इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन में 275 रन बनाने वाले मुंबई इंडियन्स के विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन का मानना है कि, “अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए उन्हें अपने मिड ऑफ और कवर्स शॉट पर काम करने की जरूरत है.”
फर्स्टपोस्ट को दिए इंटरव्यू में झारखंड के इस युवा खिलाड़ी ने कहा, “बाकी बाएं हाथ के बल्लेबाजों की ही तरह मैं भी लेग साइड की तरफ ज्यादा ही खेलता हूं, लेकिन मैं मिड ऑफ और कवर्स की तरफ खेले शॉट और अपने कट शॉट्स को बेहतर बनाना चाहता हूं. मैं अपनी निरंतरता पर काम कर अगले सीजन और मजबूती से वापसी करूंगा.”
खेल के प्रति बेहतर हुई है समझ
सीनियर क्रिकेटरों से मिलने वाली मदद के बारे में बात करते हुए ईशान ने कहा,
“पिछले साल मैने रैना भाई से बात की थी, तो उन्होंने मुझे मेरे खेल के बारे में कई बातें बताई थी. मैने धोनी भाई से भी बात की थी, जिन्होंने मुझे खेल को समझने और उस हिसाब से ही खेलने की सलाह दी. साथ ही पिछले साल के मुकाबले इस सीजन खेल के प्रति मेरी समझ भी बेहतर हुई है. अब मैं हालात देखकर खेलता हूं. अगर गेंद हिट लगाने वाली है और टाइमिंग भी अच्छी है तो मैं शॉट खेलने जाता हूं लेकिन आमतौर पर मैं टीम की जरूरत के हिसाब से खेलता हूं.”
हर नंबर पर बल्लेबाजी करने का सीखा है सबक
मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर युवा खिलाड़ी का कहना है कि,
“इस आईपीएल से उन्होंने हर नंबर पर बल्लेबाजी करने का सबक सीखा है. निजी तौर पर मैं ऊपरी क्रम में खेलना पसंद करता हूं, क्योंकि वहां आपको मैच बनाने का मौका मिलता है. हालाँकि मैने सीखा है कि अगर आप आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में हैं, तो आपको हमेशा अपने मन का नंबर नहीं मिलेगा. आपको अपनी टीम के लिए हर नंबर पर खेलने के लिए तैयार रहना होगा.”