भारतीय कप्तान एम.एस. धोनी ने कहा, विश्वकप की सहयोगी और छोटी टीमो को क्रिकेट के और टूर्नामेंट खेलने का मौका मिलना चाहिये, जिससे क्रिकेट का और विस्तार हो सके, उन्होंने कहा अगर हमे क्रिकेट को और प्रसिद्ध खेल बनाना है, तो छोटी टीमो को और क्रिकेट खेलने का मौका मिलना चाहिये.
धोनी ने कहा, इस साल के विश्वकप में ये छोटी टीमें जैसे आयरलैंड, UAE शानदार प्रदर्शन कर के काफी उलटफेर पैदा कर रही है, इसलिये इनको और बेहतर बनाने के लिये हमे इनको और क्रिकेट खेलने का मौका देना चाहिये.
धोनी ने कहा:
“ अगर आप अफगानिस्तान या किसी और टीम को देखें, तो आपको इन टीमो में काफी सुधार दिखेगा, हमें इन टीमो को और मौके देने की ज़रूरत है,साथ ही हमे यह भी देखना होगा की इन देशों को संसाधनो की कोई कमी ना हो, जिससे ज़्यादा से ज़्यादा लोग क्रिकेट से जुड़ सकें.”
धोनी ने आगे कहा:
“आप जानते है, कि क्रिकेट एक बढ़ता हुआ खेल है, हमें ज़रूरत है, कि हम क्रिकेट को पूरी दुनिया में फैलाये, हमें अपने व्यवसायिक नज़रिये से उपर उठकर देखना होगा, हमें यह भी देखना होगा की क्रिकेट के अस्तित्व के लिए क्या अच्छा है? यह कहीं काफी तेज़ी से बढ़ रहा है, और कहीं बिल्कुल भी नहीं.”
हालंकि जब धोनी से यह पूछा गया, की क्या आप इन छोटी टीमो के खिलाफ खेलना पसंद करेंगे, तो उन्होंने साफ मना कर दिया, उन्होंने कहा हमारा पुरे वर्ष का क्रिकेट शेड्यूल काफी व्यस्त है, हमे समय नहीं मिल पाता, उन्होंने कहा;
“हम काफी क्रिकेट खेलते हैं, और मुझे नहीं पता की हमें कब छुट्टी मिलती है, हाँ, अगर दिन में दो मैच खेलने हों तो बात अलग है.”
उन्होंने आगे कहा:
“यह सहयोगी टीम के लिए अच्छा होगा अगर वो थोड़ा और क्रिकेट खेल सकें, क्रिकेट भी सर्कस की तरह है, जहां आपको लोगों के सामने अच्छा प्रदर्शन करते रहना होता है, तो हमें इसके लिए कोई रास्ता निकालना होगा, पर भारत का और मैच खेलना काफी मुश्किल हैं”