आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। जहां टीमें सेमीफाइनल में शामिल होने की जुगत में हैं तो वहीं भारतीय टीम अपने चोटिल खिलाड़ियों से जूझ रही है। पहले सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन को इंजरी के कारण भारत वापसी करनी पड़ी तो अब भारतीय ऑलराउंडर खिलाड़ी विजय शंकर को भी अंगूठे की चोट के कारण मयंक अग्रवाल से रिप्लेस कर दिया गया है।
मयंक अग्रवाल का नाम सुनकर सभी चौक गए क्योंकि इस युवा खिलाड़ी के पास अभी तक एक भी वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव नहीं है। वह ओडीआई में भारतीय टीम की प्लेइंग-11 में शामिल होते हैं तो उनके वनडे करियर का यह पहला मैच भी होगा।
27 साल बाद मयंक अग्रवाल होंगे वर्ल्ड कप टीम में शामिल
मयंक अग्रवाल के पास एक्सपीरियंस न होने के बावजूद उन्हें वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बनाने के निर्णय की काफी आलोचना हो रही है। यदि मयंक भारतीय टीम में शामिल होकर मैदान पर उतरते हैं तो 27 साल बाद ऐसा होगा कि कोई भारतीय खिलाड़ी वर्ल्ड कप के दौरान प्लेइंग-11 में शामिल होंगे।
भारतीय टीम अभी तक खेले गए 6 में से 5 मैचों में जीत दर्ज कर चुकी टीम इंडिया ने दूसरे रिप्लेसमेंट के बाद मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किया। हालांकि इंग्लैंड के हालातों के मद्देनज़र मयंक को 2 जुलाई को बांग्लादेश के खिलाफ टीम में शामिल नहीं किया जाएगा। उन्हें लीग के आखिरी मैच में टीम का हिस्सा बनाया जा सकता है।
27 साल पहले जड़ेजा ने किया था वर्ल्ड कप टीम में अपना ओडीआई डेब्यू
विजय शंकर के रिप्लेसमेंट के तहत भारतीय टीम में मयंक अग्रवाल को शामिल किया गया है। 27 साल पहले आखिरी बार भारतीय क्रिकेट टीम में 1991-92 के वर्ल्ड कप टीम में शामिल होकर अजय जडेजा ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आगाज किया था। आपको बता दें, ऑलराउंडर खिलाड़ी अजय जड़ेजा को 28 फरवरी, 1992 को श्रीलंका के खिलाफ पहली बार वनडे मैच में टीम में शामिल किया गया था
लेकिन यह मैच बारिश की वजह से वॉशआउट हो गया था। इस मैच में डेब्यू अजय जडेजा आगे चलकर टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर बने और भारत के बेहतरीन फील्डर के रूप में माने जाते हैं।