भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने बुद्धवार को संन्यास की घोषणा करके सभी क्रिकेट फॉर्मेट को अलविदा कह दिया. उनके संन्यास लेने की अनाउंसमेंट से जहां कुछ फैंस को तगड़ा झटका लगा तो वहीं काफी सारे यूजर्स ने उन्हें सोशल मीडिया के जरिए शुभकामनाएं भी दी. इसमें कई पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों का भी नाम रहा, जिन्होंने संन्यास के बाद पार्थिव पटेल को बधाई दी.
पार्थिव पटेल ने क्रिकेट करियर से लिया संन्यास
पार्थिव पटेल ने आखिरी बार साल 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था. बुद्धवार को क्रिकेट करियर को अलविदा कहने वाले पार्थिव साल 2003 के वर्ल्ड कप की भारतीय टीम में से संन्यास लेने वाले अंतिम दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं. 2003 की वर्ल्ड कप टीम से अब सिर्फ एक ही खिलाड़ी बचा है, जिसने अब तक संन्यास लेने की घोषणा नहीं की है. वो खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के स्पिनर, गेंदबाज हरभजन सिंह है.
साल 2003 में आयोजित हुए वर्ल्ड कप में हरभजन सिंह भारतीय टीम की तरफ से सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए थे. उस दौरान भारतीय टीम की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 10 मैचों में कुल 11 विकेट झटके थे. फिलहाल एक लंबा अरसा हो चुका है, लेकिन टीम इंडिया की तरफ से हरभजन सिंह ने एक भी मैच नहीं खेला है. ऐसे में अब भज्जी के खेलने की भी उम्मीद न के बराबर ही दिख रही है.
2003 के वर्ल्ड कप की टीम से सिर्फ भज्जी ने नहीं लिया संन्यास
दरअसल साल 2016 की बात है जब अंतिम बार हरभजन सिंह यूएई के खिलाफ टी20 फॉर्मेट में भारतीय टीम इंडिया की तरफ से प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए थे. इससे पहले साल 2015 में उन्होंने अपने करियर का आखिरी वनडे और टेस्ट मुकाबला खेला था. गेंदबाज हरभजन सिंह ने टीम इंडिया की तरफ से 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी20 मैच खेले हैं. जिसमें भज्जी के नाम टेस्ट मैच में 417 विकेट, वनडे मैच में 269 विकेट और टी-20 मैच में 25 विकेट दर्ज है.
2020 के आईपीएल में हरभजन सिंह नहीं थे टीम का हिस्सा
हालांकि टीम में भले ही भज्जी जगह नहीं बना पाए, लेकिन आईपीएल और कमेंट्री के जरिए वो लगातार अपनी अहम भूमिका निभाते रहे हैं. इस साल के आईपीएल में उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था. हरभजन सिंह मुंबई इंडियंस टीम का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. फिलहाल साल 2018 से वो चेन्नई सुपर किंग्स टीम की तरफ से खेल रहे हैं.
बात करें 2003 के वर्ल्ड कप टीम की तो अभी तक सभी खिलाड़ियों में से सिर्फ वही एक ऐसे खिलाड़ी बचे हैं, जिन्होंने संन्यास नहीं लिया है. बाकी सभी प्लेयर क्रिकेट करियर को अलविदा कह चुके हैं. उस समय भारतीय टीम के कप्तान सौरव गांगुली थे, जिन्हें बीसीसीआई का अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा राहुल द्रविड़ भी नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड बन चुके हैं.