यशस्वी जायसवाल को मिली मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट ट्रॉफी के हुए दो टुकड़े, कोच ने कही यह बात 1

भले ही भारतीय टीम आईसीसी अंडर-19 विश्वकप का खिताब नहीं जीत सकी, लेकिन इस दौरान ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल  के रूप में भारतीय टीम को एक शानदार सितारा जरूर मिल गया. जिन्होंने टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाए. भले ही उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अदभुत प्रदर्शन किया, लेकिन इतने शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद जायसवाल को मैन ऑफ़ द सीरीज की ट्रॉफी नसीब नहीं हुयी. ऐसा नहीं है कि उन्हें यह ट्रॉफी मिली नहीं है.

यशस्वी जायसवाल को मिली मैन ऑफ़ द सीरीज ट्रॉफी के हुए दो टुकड़े

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दरअसल अंडर 19 विश्वकप में बेहतरीन प्रदर्शन कर मैन ऑफ़ द सीरीज की ट्रॉफी जीतने वाले भारतीय खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल की ट्रॉफी टूटकर दो भागों में बिखरने की खबर है. जायसवाल को हालांकि इससे चिंतित होते हुए नहीं देखा गया. उनके कोच ने भी कहा कि ट्रॉफी से इस खिलाड़ी को कोई फर्क नहीं पड़ता, इसे रन बनाने से मतलब रहता है.

ट्रॉफी पर नहीं रन बनाने पर है ध्यान

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इंडियंस एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मैन ऑफ़ द सीरीज वाली ट्रॉफी को दो भागों में टूटी हुई देखी गई, जो एक टेबल पर रखी गई थी. हालांकि जायसवाल इसके टूटने का कारण नहीं बता पाए लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ा. उनके कोच ज्वाला सिंह ने भी कहा कि इसे ट्रॉफी से फर्क नहीं पड़ता, रन बनाने में ज्यादा ध्यान रहता है.

फाईनल ममें खेली थी 88 रनों की लाजवाब पारी

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गौरतलब है कि हाल ही में समाप्त हुए अंडर 19 विश्वकप में चार सौ रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल को मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया था. फाइनल में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 88 रन बनाए थे. वे एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थे जिन्होंने बांग्लादेशी गेंदबाजों का बखूबी सामना किया था. हालांकि बाद में वे एक गलत शॉट खेलकर आउट हो गए.अपने शॉट के बारे में जायसवाल ने कहा था कि गेंद को सही तरीके से परख नहीं पाया और शॉट खेल गया.

शानदार रहा है पूरा टूर्नामेंट

इस टूर्नामेंट में उन्होंने चार अर्धशतक और एक नाबाद शतक जड़ा. पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में जायसवाल के बल्ले से सैकड़ा निकला था. गौरतलब है कि क्रिकेट का सफर शुरू करने के बाद जायसवाल को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. उन्होंने गोल गप्पे तक बेचकर अपना गुजारा किया था तथा मेहनत जारी रखी. उनकी कड़ी तपस्या का फल सबके सामने है. उनके माता-पिता भी अंडर 19 विश्वकप में बेटे के प्रदर्शन को लेकर संतुष्ट हैं. और साथ ही उन्होंने काह अमुझे अपने बेटे पर गर्व है.