भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों विराट कोहली की अगुवायी में हर रोज एक नए मुकाम को हासिल कर रही है। विराट कोहली ने टीम की कमान संभालने के बाद तो सफलता का एक बड़ा मंत्र फूंक दिया है जिसके बाद भारतीय टीम लगातार सफलता के नए आयाम को छू रही है। विराट कोहली की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। विराट सेना में खासकर सीमित ओवर की क्रिकेट में युवा खिलाड़ियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है।
यजुवेन्द्र चाहल ने विराट को दिया अपनी सफलता का श्रेय
इनमें से ही एक भारतीय वनडे टीम में शामिल युवा स्पिन गेंदबाज हरियाणा के यजुवेन्द्र चहल अपनी फिरकी से कमाल दिखा रहे हैं। यजुवेन्द्र चहल को भारतीय सीमित ओवर की क्रिकेट में आईपीएल के शानदार प्रदर्शन के बाद जगह मिली है। आईपीएल में भी विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम रॉयल चैलेजर्स बैंगलोर में खेलने वाले यजुवेन्द्र चहल भारतीय टीम में भी विराट कोहली की कप्तानी में खूब चमक बिखेर रहे हैं। यजुवेन्द्र चहल ने अपनी सफलता का बड़ा श्रेय तो कप्तान विराट कोहली को दिया है।
विराट मैदान में हमेशा करते हैं प्रेरित
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को लेकर यजुवेन्द्र चहल ने कहा कि “विराट कोहली मैदान में हमेशा ही सकारात्मक बने रहते हैं, हमेशा ही अपने फैसले को लेकर भी सकारात्मक बने रहते हैं। वो आपको हमेशा ही प्रेरित करते रहेंगे। अगर आप रन दे रहे हो या अगर आप अच्छा नहीं कर रहे हो।”
श्रीलंका दौरा मेरे लिए हैं महत्वपूर्ण
इसके साथ ही यजुवेन्द्र चहल ने अपने प्रदर्शन को लेकर और भारतीय टीम के साथ खेलने को लेकर कहा कि “श्रीलंका दौरा मेरे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, क्योकिं मैं वनडे टीम में एक साल के बाद वापसी कर रहा हूं और हमनें 5-0 के साथ जीत हासिल की। मैं इस टीम का हिस्सा बनने के बाद कितना खुश हूं, इसकी भावना को मैं व्यक्त नहीं कर सकता हूं।”
भारत की जर्सी में खेलना एक महान अहसास
“श्रीलंका की पिचे बहुत ही धीमी हैं, यहां आने से पहले मैनें इसी तरह की पिचों पर दक्षिण अफ्रीका में गेंदबाजी की है और मैंने वहां पर प्रदर्शन भी शानदार किया था। इसी कारण मैं अपने आप में आश्वस्त था और जाहिर तौर पर अगर आप अपनी टीम के लिए विकेट लेने में सफल होते हैं, तो ये एक बहुत शानदार अहसास होता है और इससे टीम को जीत दिलाने में मदद मिलती है जब भारत की जर्सी पहनी हो। ये बहुत शानदार अहसास होता है। ये शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।”