भारतीय क्रिकेट टीम में एक सबसे मिडिल ऑर्डर के सबसे धाकड़ और आतिशी बल्लेबाज आज अपने गृह नगर की टीम में जगह बनाने को ही मोहताज हो गए हैं। ये खिलाड़ी अपने लंबे-लंबे छक्कों से क्रिकेट प्रेमियों का चहेता बन चुका था जो भारतीय टीम में भी अपने जबरदस्त प्रदर्शन से दर्शकों के दिलों में खास जगह बना चुका था लेकिन समय ने ऐसी करवट ली कि आज कहीं के नहीं रहे हैं।
युसुफ पठान को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए नहीं चुना बडौदा ने
ये हैं बडौदा के विस्फोटक बल्लेबाज युसुफ पठान… युसुफ पठान ने भारतीय टीम में एक खास जगह बनायी थी और उनके जैसा टी-20 विशेषज्ञ खिलाड़ी कोई नहीं था। लेकिन युसुफ पठान को भारत की घरेलु टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बडौदा की टीम में ही जगह नहीं मिल पा रही है। सैयर मुश्ताक अली ट्रॉफी अगले नॉक आउट दौर में प्रवेश कर गई है लेकिन बडौदा की टीम सेलेक्शन में युसुफ पठान के नाम पर कोई चर्चा नहीं की गई।
प्रतिबंधित दवाई के सेवन का आरोप झेल रहे युसुफ का बैन भी हुआ पूरा, लेकिन किए गए नजरअंदाज
हाल ही में युसुफ पठान पर बीसीसीआई ने प्रतिबंधित दवाई का सेवन करने का दोषी पाया था जिसके बाद बीसीसीआई ने युसुफ पठान पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन युसुफ का ये प्रतिबंध 14 जनवरी को पूरा हो गया है। जिसके बाद संभावना जतायी जा रही थी कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अगले चरण के लिए दीपक हूडा की कप्तानी में युसुफ पठान को बडौदा टीम में शामिल कर लिया जाएगा, लेकिन युसुफ पठान को चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया।
युसुफ के साथ इरफान पठान को भी बडौदा ने नॉक आउट स्टेज में नहीं दी जगह
युसुफ पठान ने रणजी ट्रॉफी के गत सीजन के दौरान शानदार बल्लेबाजी भी की थी। युसुफ पठान ने रणजी ट्रॉफी में एक ही मैच में दोनों पारियों में शतक लगाने का रिकॉर्ड भी बनाया था। वो ऐसा करने वाले रणजी इतिहास के दूसरे बल्लेबाज बने लेकिन उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भाव नहीं दिया गया। युसुफ पठान के साथ ही उनके छोटे भाई इरफान पठान के नाम पर भी कोई बात नहीं की गई। इरफान पठान इसी रणजी सीजन में तो बडौदा के कप्तान थे, लेकिन अब वो टीम में जगह बनाने तक को जूझ रहे हैं।