सौरव गांगुली बतौर कप्तान एक लीडर के रूप में जाने जाते थे, जो अपने खिलाड़ियों को खुल कर खेलने की आज़ादी देते थे. गांगुली ने टीम को टीम की कमान एक ऐसे समय पर मिली जब भारतीय क्रिकेट पर से दर्शकों का विश्वास बिलकुल उठ चूका था, साल 2000 में मैच फिक्सिंग की ख़बरों ने भारतीय क्रिकेट हो हिला कर रख दिया था. लेकिन सौरव गांगुली ने कप्तान बनते ही भारतीय क्रिकेट को एक नई पहचान दी और क्रिकेट फैन्स के दिल में एक बार फिर टीम के लिए जगह बनाने में कामयाब रहे.
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गांगुली की कप्तानी में कई युवा खिलाड़ियों ने अपने करियर की शुरुआत की और अब तक टीम के अहम सदस्य है, इन खिलाड़ियों की सूचि में सबसे बड़ा नाम है युवराज सिंह का. युवराज भारतीय क्रिकेट के लिए सिमित ओवरों के क्रिकेट में सबसे सफल मैच विनर साबित हुए है.
युवराज ने अपने ऑल राउंड खेल से 2011 विश्व कप जीतने में एक अहम भूमिका निभाई थी, और मैन ऑफ द सीरीज़ के ख़िताब से नवाज़े गए थे. युवराज ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताया है कि कैसे सौरव गांगुली ने हमेशा उनका साथ दिया जब उनके बल्ले से रन नहीं लग रहे थे तब भी गांगुली उनके साथ खड़े रहे.
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युवराज ने एक न्यूज़ वेबसाइट को दिए एक इंटरव्यू में बताया, कि
“दादा (गांगुली) ने हमेशा मेरा साथ दिया, गांगुली ने मुझे हमेशा कहा कि तुम अपना स्वभाविक खेल खेलो और आखिर तक खेलना. युवराज ने अपनी तीन सबसे यादगार पारिया बताई, नेटवेस्ट फाइनल (2003), ट्वेंटी-ट्वेंटी वर्ल्ड कप 2007 जब उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड को एक ओवर में छह छक्के लगाए और 2011 विश्वकप का क्वार्टर फाइनल मुकाबला जहाँ एक मुश्किल स्थिति से युवराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम को जीत दिलाई थी.”
जब युवराज से पूछा गया कि उन्हें लगता है कोई उनका एक ओवर में छह छक्कों के रिकॉर्ड की बराबरी कर सकता है, तो उनका कहना था कि क्रिस गेल ऐसा कर सकते हैं.
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युवराज ने कहा कि आपके पास अच्छी तकनीक होनी चाहिए अगर आपको एकदिवसीय और टेस्ट मैचों में सफल होना है तो.
“आईपीएल और टी-20 क्रिकेट में गलती की कोई जगह नहीं होती, एक छोटी गलती आपको मैच हरा सकती है, लेकिन आईपीएल में आपको कई मौके मिल जाते है जिनसे कि आप अगर पॉइंट्स टेबल में पीछे भी हो तो भी आप वापसी कर सकते है. लेकिन टेस्ट और एकदिवसीय मैच में आपको हमेशा अपनी गेम को ऊँचे स्तर पर रखना होता है और आपको अपनी तकनीक का असली परिचय टेस्ट और एकदिवसीय में ही देना होता है.
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युवराज ने घरेलू क्रिकेट में खेलने को लेकर कहा, कि मैं ट्रेनिंग पर ध्यान दे रहा हूं और इस साल घरेलू क्रिकेट में गेंद और बल्ले दोनों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा हूं.