अॉस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टी ट्वेंटी टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार है. लेकिन युवराज सिंह ने कहा कि, 2014 के टी ट्वेंटी फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 21 गेंदों में 11 रन वाली पारी उन्हें आज भी कांटे की तरह चुभती है.
उन्होंने कहा, वो पारी मुझे आज भी काफी दुख देती है, और 2014 मेरे लिए काफी खराब रहा था. लेकिन उसके बाद से मैनें अपनी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फिटनेस पर काफी काम किया है, और मुझे उम्मीद है कि, मै अपनी जगह टी ट्वेंटी विश्वकप के लिए भारतीय टीम में बनाऊ.
उन्होंने कहा, 2007 टी ट्वेंटी विश्वकप और 2011 का वनडे विश्वकप हमारी बडी जीत थी, लेकिन अगर हम अगले साल टी ट्वेंटी विश्वकप जीते, तो ये काफी बडी जीत होगी.
युवराज ने कहा, मै तब तक खेलूंगा, जब तक मै क्रिकेट में हर पल का मजा ले सकु. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या घरेलू क्रिकेट, मैनें हर क्षण का मजा लिया है. आप जितना भी क्रिकेट खेले, उसका आप मजा लेकर खेले, वरना ना खेले. 15 सालों तक हर क्षण का मजा लेना मुश्किल होता है. लेकिन मैंनें काफी मेहनत करके क्रिकेट में वापसी की है.