भारत को 2011 वर्ल्ड कप में जीताने में सबसे बड़ा योगदान देने वाले युवराज सिंह का फॉर्म अब पुराने जैसा नहीं रहा। आईपीएल 2018 में भी उन्हें कई मौके मिले, लेकिन वो एक भी मैच में अच्छी पारी नहीं खेल पाए। युवराज को इतनी खराब फॉर्म के बाद भी एक अवॉर्ड से नवाजा गया है।
युवराज को मिला अवॉर्ड
आपको यह बात सुनकर हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह सच है। भारतीय स्टार क्रिकेटर युवराज सिंह को दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (डीपीआईएफएफ) द्वारा सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सामाजिक कल्याण के लिए वर्ष का सबसे ‘प्रेरक प्रतीक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
युवराज सिंह ने भारत को कई बार शानदार उपलब्धि हासिल कराई है। उन्होंने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया था। भारत को कई मैचों में जीतने में शानदार भूमिका निभाई थी। इसके अलावा 2011 वर्ल्ड कप में भी युवराज सिंह ने हर मैच में काफी शानदार पारी खेलकर मैन ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता था। इसके बाद युवराज को कैंसर की बीमारी हो गई थी।
युवराज ने फैलाया जागरूकता अभियान
संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने केमोथेरेपी सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, युवराज 2012 में भारत लौट आए और न्यूजीलैंड के खिलाफ ट्वेंटी -20 मैच में अंतरराष्ट्रीय वापसी की। अपने इलाज के बाद, युवराज ने अपना नींव ‘यूवेकन’ खोला जो कैंसर जागरूकता पैदा करने और कैंसर से बचने वाले बच्चों को शिक्षित करने में मदद करता है।
युवराज के इस नेक काम की वजह से बहुत सारे लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है। जिसकी वजह से युवराज इस समाज सेवा के लिए अवॉर्ड से नवाजा गया है। हालांकि युवराज का क्रिकेटिंग करियर अब आखिरी मुकाम पर है। उनकी फॉर्म काफी खराब है। जिसकी वजह भारतीय टीम में उनका चयन नहीं हो पा रहा। आईपीएल में भी उनको इस बार किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने लिया। सभी को युवराज से काफी उम्मीदें थी लेकिन युवराज का बल्ला पूरे सीजन में खामोश रहा।