भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे बाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह ने सोमवार को अपने इंटरनेशनल और आईपीएल करियर से संन्यास ले लिया है। युवराज सिंह ने मुंबई में सोमवार को मीडिया को संबोधित करते हुए अपने इस क्रिकेट करियर को अलविदा कहने का फैसला किया।
युवराज सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट और आईपीएल को कहा अलविदा
पंजाब के रहने वाले 37 साल के युवराज सिंह ने अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज साल 2000 में किया जिसके बाद उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को कई यादगार जीत दिलायी। युवराज सिंह का साल 2007 विश्व टी20 और 2011 विश्व कप में बड़ी भूमिका रही।
लेकिन दो बार भारत को विश्व चैंपियन बनाने वाले युवराज सिंह पिछले कुछ समय से भारतीय टीम से बाहर थे और वो लगातार खराब फिटनेस और फॉर्म से गुजर रहे थे जिसके बाद उन्होंने मूव ऑन का फैसला किया।
युवराज सिंह ने फेयरवेल मैच खेलने को लेकर किया बड़ा खुलासा
युवराज सिंह ने अपने रिटायरमेंट की घोषणा पर कई बातें साझा कि जिसमें उन्होंने फिटनेस टेस्ट का सबसे बड़ा टेस्ट यो-यो टेस्ट को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की जिसमें उन्होंने अपने अंतिम यानी फेयरवेल मैच को लेकर भी खुलासा किया।
युवराज सिंह ने फेयरवेल मैच को लेकर कहा कि “मुझे बोला गया था कि अगर आपसे यो-यो टेस्ट पास नहीं होता तो आप रिटायरमेंट मैच खेल सकते हो।”
मुझे पूछा गया था फेयरवेल मैच को लेकर , लेकिन मैं नहीं चाहता था ऐसा
“मैंने बीसीसीआई में किसी को नहीं बताया कि मुझे आखिरी मैच खेलना है। अगर मैं काफी अच्छा होता तो मैं मैदान से ही रिटायर हो जाता। और मुझे इस तरह की क्रिकेट खेलना पसंद नहीं है कि मुझे एक मैच चाहिए।”
युवी ने आगे अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि
“तो मैंने उस टाइम बोला कि मुझे रिटायरमेंट मैच नहीं चाहिए। यो-यो टेस्ट पास नहीं होगा तो मैं चुप-चाप घर चला जाउंगा। यो-यो टेस्ट पास किया और फिर ये मेरा कॉल नहीं था।”
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