13 जुलाई 2002 को भारतीय टीम ने नेटवेस्ट ट्रॉफी का फाइनल मैच जीता था. इंग्लैंड की टीम ने पहले खेलते हुए भारतीय टीम के सामने 325 रन का एक बड़ा स्कोर रखा था. 325 रन के इस विशाल लक्ष्य को भारतीय टीम ने 49.3 ओवर में 8 विकेट खोकर हासिल कर लिया था. यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की यादगार जीत में से एक है.
कैफ-युवराज की साझेदारी के चलते जीता मैच
भारत के लिए इस मैच में मोहम्मद कैफ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 75 गेंदों पर 87 रन की एक शानदार पारी खेली थी. युवराज सिंह ने भी 69 रन का योगदान दिया था.
युवराज और कैफ ने इस मैच में मुश्किल समय में छठे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी की थी. यह साझेदारी उस समय आई थी जब भारत ने अपने पांच विकेट 146 रनों पर ही खो दिए थे.
मेरा दिल टूट गया था
मोहम्मद कैफ ने युवराज सिंह के साथ इंस्टाग्राम लाइवचैट के दौरान नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल को याद करते हुए कहा, “जब आप (युवराज) आउट हो गए थे, तब मुझे लगा कि मैच गया. मुझे नहीं लग रहा था कि हम मैच जीतेंगे. मैं सेट था और आप वहां थे, तो मुझे लगा था कि अगर हम आखिर तक खेलेंगे, तो मैच जीत जाएंगे, लेकिन आप आउट हो गए और भारत ने उम्मीदें खो दी और मेरा दिल टूट गया था.”
साथ ही मोहम्मद कैफ ने कहा, “जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो गांगुली बालकनी से मुझे सिंगल लेने का इशारा बार-बार कर रहे थे. लेकिन उसी दौरान मुझे एक शॉट गेंद मिली जिसपर मैंने छक्का जमा दिया. मेरे छक्के के बाद गांगुली ने इशारा करना बंद कर दिया था.”
दादा ने जीत के बाद उतारी थी शर्ट
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली द्वारा नेटवेस्ट सीरीज में लॉर्ड्स के मैदान में शर्ट उतरने का वाकया क्रिकेट के सबसे चर्चित वाकयों में से एक है. भारत के हर क्रिकेट प्रेमी के जहन में आज भी ये वाकया पूरी तरीके से ताजा होगा. सौरव गांगुली द्वारा किया गया ये कार्य भारत के ना भूलने वाले वाकयों में से एक है.