आईपीएल की सबसे बदकिस्मत फ्रेंचाइजी आरसीबी अब तक एक भी टाइटल अपने नाम नहीं कर सकी है। हर सीजन में स्टार खिलाड़ियों के साथ ये टीम मैदान पर उतरती है लेकिन खिताब अपने नाम करने से चूक जाती है। अब टीम के साथ लंबे वक्त से जुड़े हुए स्टार स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल ने वजह बताई है कि आखिर फ्रेंचाइजी की लगातार हार की वजह क्या है।
’30 प्रतिशत मैच डेथ ओवर में गंवाते हैं’
विराट कोहली, एबी डिविलियर्स जैसे बड़े-बड़े खिलाड़ियों से सजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर की टीम अब तक 12 सीजन में कैश रिच लीग का हिस्सा रह चुकी है, लेकिन अब तक वह एक भी खिताब नहीं जीत सकी है। ऐसे में अक्सर विराट की कप्तानी पर सवालिया निशान उठते रहते हैं। मगर अब टीम के साथ लंबे वक्त से जुड़े युजवेंद्र चहल ने आकाश चोपड़ा से बात करते हुए कहा है कि टीम 30 प्रतिशत मैच डेथ ओवर्स में हार जाती है। चहल ने लाइव चैट के दौरान कहा,
“मैं आरसीबी के लिए 6 साल से खेल रहा हूं। जब मारे पास मिचेल स्टार्क थे वो साल छोड़ दें तो हमारी बड़ी परेशानी डेथ ओवर गेंदबाजी रही है। हम 16वें-17वें ओवर तक विरोधी टीम के बल्लेबाजों को बांधे रखने में कामयाब रहते हैं, लेकिन हम 30 फीसदी मैच आखिरी के तीन ओवर की वजह से हारते हैं।”
इस सीजन हैं अधिक विकल्प
आईपीएल 2020 का आयोजन यूएई में किया जा रहा है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर की टीम में आगामी सीजन में युजवेंद्र चहल के अलावा बतौर गेंदबाज नवदीप सैनी, डेल स्टेन, मॉरिस और उमेश यादव हैं। चहल ने कहा,
“इस साल हमारे पास डेथ ओवर गेंदबाजी करने के लिए ज्यादा विकल्प हैं, क्योंकि पहले 16वें ओवर के बाद जरूरत पड़ने पर मैं 17वां ओवर करता था। वरना हमारे पास आखिरी के चार ओवर के लिए सिर्फ दो गेंदबाजों का विकल्प होता था, लेकिन अब हमारे पास 3-4 गेंदबाजों का विकल्प होगा। पहले हमारी टीम में यही बात ‘मिसिंग’ थी।”
2016 में आखिरी बार फाइनल में पहुंची थी आरसीबी
विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर आईपीएल खिताब से वंचित है। फ्रेंचाइजी ने 2009, 2011, 2016 में आरसीबी ने फाइनल तक का सफर किया है। इतना ही नहीं आखिरी बार जब फ्रेंचाइजी 2016 में फाइनल में पहुंची थी। उसके बाद से उसका प्रदर्शऩ बेहद निराशाजनक रहा है।
टीम ने प्ले ऑफ के लिए भी क्वालिफाई नहीं किया है। परिणामस्वरूप वह अब तक खिताबी जीत से दूर हैं। हालांकि ये कहना गलत नहीं होगा विराट की ये टीम खिताब जीतने की हकदार है मगर वह हर बार ही इससे चूक जाती है।