ह्यूगो लौरिस की कप्तानी में फ्रांस ग्रुप-स्टेज में अपने ग्रुप में टॉप पर रही। लेकिन फ्रांस के लिए स्ट्राइकर्स का मौकों को गोल में न तब्दील कर पाना, मुसीबत बना हुआ है।
वहीँ अर्जेंटीना रेंगते हुए यहाँ तक पहुंची है। इसलिए फ्रांस का मनोबल ग्रुप मैचों के बाद संभव ही ऊपर उठा है।
फ्रांस के खिलाड़ी हैं फॉर्म में
अर्जेंटीना के कोच, योर्गे साम्पाओली ने कहा, फ्रांस ज़ाहिर तौर पर तगड़ी टीम है। उनके पास हर फ़ील्ड में उतारने के लिए बहुत ही अच्छे खिलाड़ी हैं। यदि हम थोडा भी कमज़ोर पड़े तो हार का कड़वा स्वाद चखना पड़ेगा।
दूसरी तरफ़ फ्रांस के कप्तान ने कहा, उनकी टीम फॉर्म से जूझ रही है और लियोनल मेसी के इर्द-गिर्द ही उनका प्रदर्शन निर्भर करेगा। लेकिन उनकी टीम जब यहाँ उतरी, तो सैमी-फाइनल तक की उनकी राह आसान लग रही थी। इसलिए उनके प्रदर्शन में कब अनपेक्षित सुधार देखने को मिल जाये, हमें कुछ अंदाज़ा नहीं।
बेंजामिन मेन्डी चोटिल
डिफेंडर मेन्डी डेनमार्क के खिलाफ़ आख़िरी क्षणों में मैदान पर उतरे, लेकिन चोटिल हो गए। हालाँकि उन्हें अभी तक प्लेयिंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया है। इसलिए टीम के लिए यह कोई ज्यादा परेशानी वाली बात नहीं है।
दूसरी तरफ़ अर्जेंटीना का कोई खिलाड़ी चोटिल तो नहीं है लेकिन सर्जियो एगुएरो और डी मारिया में से कौन प्लेयिंग इलेवन का हिस्सा होगा, यह सोचने वाली बात है।
इतिहास है अर्जेंटीना के पक्ष में
इन दोनों टीमों के बीच दो विश्व कप मैच खेले जा चुके हैं जहाँ दोनों में अर्जेंटीना ने जीत दर्ज की। वहीँ यह इनके बीच कुल बारहवां मैच होने जा रहा है, यहाँ भी अर्जेंटीना का पलड़ा भारी रहा है।