मास्को, 12 जुलाई: मारियो मानजुकिच के अतिरिक्त समय में दागे गोल की बदौलत क्रोएशिया फीफा विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में आज यहां इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआत में ही पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए पहली बार फाइनल में जगह बनाने में सफल रहा जहां उसका सामना रविवार को फ्रांस से होगा।
निर्धारित समय के बाद मैच 1-1 से बराबर था जिसके बाद जुवेंटस के फारवर्ड मानजुकिच ने अतिरिक्त समय के दूसरे हाफ में 119वें मिनट में गोल दागकर क्रोएशिया को विश्व कप इतिहास में पहली बार फाइनल में जगह दिला दी।
किरेन ट्रिपियर ने पांचवें मिनट में ही दमदार फ्री किक पर गोलकीपर डेनियल सुबेसिच को छकाते हुए इंग्लैंड को 1-0 से आगे कर दिया था लेकिन इवान पेरिसिच (68वें मिनट) ने क्रोएशिया को दूसरे हाफ में बराबरी दिला दी।
विश्व कप सेमीफाइनल में 18 मौकों में यह सिर्फ दूसरी बार है जब मध्यांतर तक बढ़त बनाने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा है। इससे पहले 1990 में इटली की टीम अर्जेन्टीना के खिलाफ बढ़त बनाने के बावजूद पेनल्टी शूटआउट में हार गई थी।
इसके साथ ही इंग्लैंड की टीम का पांच से अधिक दशक बाद दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने का सपना भी टूट गया। इंग्लैंड ने पहली और एकमात्र बार 1966 में फाइनल में जगह बनाई थी और तब अपनी सरजमीं पर खिताब जीतने में सफल रहा था।
विश्व कप कप हतिहास में सिर्फ दूसरी बार सेमीफाइनल में खेल रही क्रोएशिया की टीम इससे पहले फ्रांस में 1998 में सेमीफाइनल में पहुंची थी और तब उसे मेजबान टीम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
इंग्लैंड की टीम अब तीसरे स्थान के प्ले आफ में 14 जुलाई को सेंट पीटर्सबर्ग में बेल्जियम से भिड़ेगी। फाइनल इसके अगले इसी यहां लुजनिकी स्टेडियम में ही खेला जाएगा।
इंग्लैंड की टीम जहां पहले हाफ में हावी रही वहीं दूसरे हाफ में क्रोएशिया का दबदबा देखने को मिला। मैच के दौरान हालांकि कई बार दोनों टीमों के खिलाड़ियों को आपस में भिड़ते देखा गया।
इंग्लैंड ने मैच में काफी तेज शुरुआत की। टीम को चौथे ही मिनट में मैच की पहली फ्री किक मिली जब क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिक ने डेले अली के खिलाफ फाउल किया।
फ्री किक लेने की जिम्मेदारी ट्रिपियर को सौंपी गई जिन्होंने 20 गज की दूरी से दमदार शाट पर सुबेसिच के बायीं ओर से गेंद को गोल के अंदर पहुंचा दिया।
क्रोएशिया की टीम इस बीच एक अदद अच्छे मूव के लिए जूझती दिखी। टीम को हालांकि 19वें मिनट बराबरी का मौका मिला। दायीं छोर से बने अच्छे मूव पर गेंद पेरिसिच के पास पहुंची लेकिन उनका दमदार शाट गोलकीपर जोर्डन पिकफोर्ड के दायीं ओर से बाहर निकल गया।
इंग्लैंड को 27वें मिनट में एक और फ्री किक मिली। इस बार देजान लोवरेन ने रहीम स्टर्लिंग के खिलाफ फाउल किया। स्टर्लिंग के शाट को सुबेसिच ने हालांकि आसानी से बाहर करके खतरा टाल दिया।
इंग्लैंड को 30वें मिनट में बढ़त दोगुनी करने का सुनहरा मौका मिला जब क्रोएशिया के पेनल्टी बाक्स में मची अफरातफरी के बाद गेंद केन के पास पहुंची। उन्हें सिर्फ सुबेचिक को छकाकर गेंद को गोल में पहुंचाना था लेकिन गोलकीपर ने उनके शाट को रोक दिया। रिबाउंड पर हालांकि गेंद दोबारा केन के पास पहुंची और इस बार वह शाट को गोल पोस्ट पर मार बैठे।
दोनों टीमों ने मध्यांतर से पहले कुछ अच्छे मूव बनाए लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली जिससे गैरेथ साउथगेट की टीम हाफ टाइम तक 1-0 से आगे थी।
इंग्लैंड ने 63वें मिनट में दायीं छोर से मूव बनाया। स्टर्लिंग क्रोएशिया के डिफेंडरों को छकाते हुए आगे बढ़े लेकिन वह शाट लगा पाते इससे पहले ही सुबेसिच ने खतरे को टाल दिया।
क्रोएशिया के लिए खुशनुमा पल 68वें मिनट में आया जब दायें छोर से साइम वर्साल्को के शानदार क्रास को पेरिसिच ने बायें पैर से गोल के अंदर पहुंचा दिया।
दो मिनट बाद पेरिसिच को बायें छोर से गोल करने का मौका मिला लेकिन पिकफोर्ड को छकाने के बावजूद उनका शाट गोल पोस्ट से टकरा गया। रिबाउंड पर रेबिच भी गेंद को सीधे पिकफोर्ड के हाथों में खेल गए।
अंतिम 10 मिनट में दोनों टीमों ने जोरदार हमले किए। जेसी लिंगार्ड इंग्लैंड को एक बार फिर बढ़त दिलाने के करीब पहुंचे लेकिन दायें छोर से लगाया उनका शाट मामूली अंतर से निशाने से चूक गया।
मानजुकिच इसके बाद क्रोएशिया को बढ़त दिलाने में नाकाम रहे और बेहद करीब से अपने शाट को पिकफोर्ड की ओर खेल गए।
इवान राकितिक के फाउल पर इंग्लैंड को इंजरी टाइम के पहले मिनट में फ्री किक मिली लेकिन इस बार ट्रिपियर कोई कारनामा नहीं कर पाए और मैच अतिरिक्त समय में खिंच गया।
मैच के 98वें मिनट में इंग्लैंड के पास दूसरा गोल करने का शानदार मौका था। ट्रिपियर की कार्नर किक पर जान स्टोन्स ने हैडर जड़ा और गेंद गोल की तरफ जा रही थी लेकिन गोल रेखा के ठीक बाहर खड़े वर्साल्को ने हैडर से उनके प्रयास को नाकाम कर दिया।
पहले अतिरिक्त समय के इंजरी टाइम में राकितिक के बायें छोर से बनाए मूव पर मानजुकिच के पास गोल करने का मौका था लेकिन उनका शाट तेजी से आगे बढ़ रहे पिकफोर्ड के पैर से टकराकर बाहर चला गया।
दूसरे अतिरिक्त समय की शुरुआत से ही क्रोएशिया ने तेजी दिखाई और मैच का निर्णायक पल 119वें मिनट में आया जब पेरिसिच के हैडर पर मिले पास को मानजुकिच ने गोल ही राह दिखा दी।
इंग्लैंड की टीम को अंतिम लगभग 10 मिनट का खेल 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा क्योंकि ट्रिपियर चोटिल हो गए और कोच साउथगेट अपने सभी स्थानापन्न खिलाड़ियों का इस्तेमाल कर चुके थे।
इंग्लैंड को बराबरी हासिल करने का संभवत: अंतिम मौका इंजरी टाइम के अंतिम मिनट में हैंडबाल के लिए फ्री किक के रूप में मिला लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी।