एक-एक कर संन्यास लेने का दौर शुरू, बाय! बाय! फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप 1

क्वार्टर-फाइनल तक आते-आते  लगभग सभी बड़ी टीमें धराशायी हो चुकी हैं। अब दौड़ शुरू होने वाली है सैमी-फाइनल की। लेकिन इसी बीच एक-एक कर बड़े खिलाडियों ने संन्यास की घोषणा कर, पूरे विश्व को आंसुओं में लीन कर दिया है।

हालाँकि लियोनल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो पर सभी की निगाहें टिकी हैं कि ये दोनों स्टार खिलाड़ी संन्यास लेंगे या नहीं।

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आंद्रेस इनिएस्टा- स्पेन

एक-एक कर संन्यास लेने का दौर शुरू, बाय! बाय! फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप 2

इसकी शुरुआत, स्पेन के दिग्गज खिलाड़ी, आंद्रेस इनिएस्टा से हुई। हालाँकि इस खिलाड़ी के नाम विश्व कप है, जब 2010 में स्पेन ने विश्व कप जीता। तो इनिएस्टा ने टीम को जिताने में अहम भूमिका निभाई।

लेकिन अब राउंड-ऑफ़ 16 में रूस के हाथों मिली हार के बाद ही इस खिलाड़ी ने संन्यास की घोषणा की। जिससे पूरा फुटबॉल जगत जैसे विश्व आंसुओं के समुद्र में डूब चला।

कीसुके हौंडा- जापान

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अपने से कहीं ऊंची टीम, बेल्जियम को आख़िरी क्षणों तक ड्रा पर रोके रखना, कहीं न कहीं इस टीम की जीत ही है। लेकिन इतनी मेहनत के बाद भी हार नसीब होना किसी भी बड़े खिलाड़ी या टीम के मनोबल को आसानी से नीचे गिरा सकती है।

यही जापान के साथ हुआ है। इसी कारण, टीम के मिड-फील्डर, कीसुके हौंडा ने संन्यास ले लिया है। जिससे जापान के फैन्स की आँखों में आंसू देखे गए।

लियोनल मेसी- अर्जेंटीना

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बार्सिलोना का यह स्टार-स्ट्राइकर, उस स्थिति में कतई भी नहीं है जिससे ये अब एक और हार झेल सके। जहाँ यह खिलाड़ी, 2016 कोपा-अमेरिका कप हारने के बाद रो पड़ा।

इसलिए अब दोबारा संन्यास की ख़बरों ने इस खिलाड़ी को चौतरफ़ा घेरा हुआ है। हालाँकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि मेसी संन्यास लेंगे या नहीं।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो- पुर्तगाल

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उरुग्वे के खिलाफ़ मिली हार को यह खिलाड़ी अभी भी शायद नहीं भुला पा रहा होगा। क्योंकि चमत्कारी क्रिस्टियानो रोनाल्डो का चमत्कार उस मैच में नहीं चल पाया।

इससे साबित होता है कि फुटबॉल एक सिंगल्स गेम नहीं बल्कि टीम गेम है। वह इस खिलाड़ी को अब भली-भांति ज्ञात हो गया होगा। लेकिन उम्र हो चली है 33 और संन्यास की भी कवायदें उम्र के साथ ही तेज़ी से दौड़ रही हैं।