नयी दिल्ली, 8अगस्त: अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशाल दास का कहना है कि स्टीफन कांस्टेनटाइन कम से कम 2019 एशियन कप तक भारत के राष्ट्रीय फुटबाल कोच बने रहेंगे।
इस बयान से उन्होंने उन अटकलों को शांत कर दिया जिनमें सीनियर खिलाड़ियों की शिकायत के बाद उनकी बर्खास्तगी की बात चल रही थी।
एआईएफएफ के शीर्ष अधिकारी ने इसे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाह करार दिया और कहा कि उन्हें इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट तक कोच के साथ करार खत्म करने का कोई कारण नहीं दिखता क्योंकि उनका अनुबंध तब ही खत्म होगा।
सीनियर टीम के साथ दूसरे कार्यकाल में ब्रिटिश कोच के मार्गदर्शन में टीम को लगातार 13 मैचों में हार का मुंह नहीं देखना पड़ा था और यह लय मार्च में 2019 एएफसी एशियन कप क्वालीफाइंग के ग्रुप के अंतिम मैच में किर्गीस्तान से 1-2 से मिली हार के बाद टूटी।
लेकिन टीम ने तब तक पांच जनवरी से एक फरवरी तक संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले एशियन कप टूर्नामेंट में प्रवेश कर लिया था।
दास ने कहा, ‘‘हमें उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं दिखता। उन्होंने नतीजे दिये हैं और फिर सैफ (एसएएफएफ) कप भी आ रहा है और फिर एशियन कप है। उनका अनुबंध अगले साल 31 जनवरी को समाप्त होगा। ’’
यह पूछने पर कि कांस्टेनटाइन एशियन कप में टीम का मार्गदर्शन करेंगे तो दास ने सकारात्मक जवाब दिया।
एशियन कप के अंतिम दौर के लिये क्वालीफाई करने के बाद कुछ सीनियर फुटबालरों ने मुंबई में राष्ट्रीय शिविर के दौरान महासचिव से मुलाकात की और अपनी शिकायत दर्ज करायी।
दास ने इन बातों का खुलासा नहीं किया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं नियमित रूप से खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से मिलता रहता हूं। खिलाड़ियों को कोच से समस्या हो सकती है। मुझे लगता है कि इन अफवाहों ने सोशल मीडिया पर तेजी पकड़ी। ’’
कांस्टेनटाइन फरवरी 2016 में टीम से जुड़े थे जब राष्ट्रीय टीम की फीफा रैंकिंग 173 थी और कोच ने उन्हें शीर्ष 100 में पहुंचाने में मदद की और ऐसा 20 साल से ज्यादा समय के बाद हुआ।
हालांकि ऐसी अटकलें लगायी जा रही हैं कि कांस्टेनटाइन और कप्तान सुनील छेत्री के बीच तालमेल ठीक नहीं है। और ऐसा तब हुआ जब कोच ने कप्तान की लोगों से जून में इंटरकांटिनेंटल कप में आकर मैच देखने और टीम के लिये चीयर करने के संबंध में सवाल पूछने पर कहा कि उनके खिलाड़ियों ने ऐसा प्रदर्शन किया है कि लोगों से आने और उनका खेल देखने के लिये‘भीख’ मांगने की जरूरत नहीं है।