एशिया फुटबाल परिसंघ (एएफसी) ने अखिल भारतीय फुटबाल संघ (एआईएफएफ) को इस साल अक्टूबर में आयोजित होने वाले अंडर-17 विश्व कप के दौरान भविष्य में दोनों टूर्नामेंटों को एकसाथ मिलाने के लिए दीर्घकालिक योजना शुरू करने की बात कही है। इसके अलावा एएफसी ने भारत के दिग्गज फुटबाल क्लबों ईस्ट बंगाल और मोहन बागान की भी तारीफ की। धवन को मिले विराट कोहली से अधिक पैसे, इस वजह से कोहली रह गए पीछे
एएफसी ने कहा कि बंगाल और बागान क्लब की ओर से फुटबाल जगत में दिए गए योगदान की बदौलत कोर्पोरेट जगत ने इस खेल में अपनी रुचि दिखाई है।
कुआलालम्पुर में बुधवार को एएफसी के मुख्यालय में सभी हितधारकों की बैठक हुई। एएफसी के महासचिव डाटो विंडरस जॉन ने अपने संबोधन में कहा कि दिग्गज क्लबों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और हर किसी के हित को ध्यान में रखते हुए देखा जाए, तो एक लंबी लीग से फायदा ही होगा।
जॉन ने एआईएफएफ को अंडर-17 विश्व कप के दौरान एक दीर्घकालिक योजना शुरू करने की सलाह दी।
एआईएफएफ के एक अधिकारी ने आईएएनएस को दिए एक बयान में कहा, “हम अक्टूबर से दीर्घकालिक योजना की शुरुआत करने की कोशिश करेंगे। एएफसी ने सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए किसी अच्छे प्रबंधन की तैयारी के लिए भी कहा है।”
अधिकारी ने कहा कि जॉन ने अपने संबोधन में बंगाल और बागान जैसे दिग्गज क्लबों को बोर्ड में रखने की सलाह दी है और यह फुटबाल जगत में उनके योगदान को ध्यान में रखते हुए कहा गया है। पाकिस्तान ने दिया साउथ अफ्रीका को मात फिर भी पाकिस्तान का मजाक बना बैठे सर जडेजा
इस साल आईएसएल में इन दोनों क्लबों की भागीदारी पर अब भी संदेह बना हुआ है।