इंग्लैंड में चल रहे महिला हॉकी विश्व कप में भारतीय महिला हॉकी टीम इतिहास रचने की दहलीज़ पर खड़ी है। दुनिया की दसवें नंबर की टीम, भारत विश्व कप में बहुत सी बार क्वालीफाई भी नहीं कर पाई है।
लेकिन इस बार भारतीय महिलाओं ने इंग्लैंड और अमरीका जैसी टीमों को ड्रा पर रोक एक अलग ही स्तर का खेल दिखाया है। लेकिन अब भारत, पूरे 35 साल बाद इतिहास रचने की ओर अग्रसर हो चली है।
ऐसे रचेगी भारतीय महिला टीम इतिहास
बता दें कि भारतीय महिलाएं मलेशिया में हुए 1983 विश्व कप के बाद से कभी अंतिम-आठ यानी क्वार्टर-फाइनल में जगह नहीं बना पाई है।
रानी रामपाल की कप्तानी में यह टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। वहीँ इटली, रंकिंग्स में भारत से कहीं नीचे है। इसलिए भारत के लिए राह कुछ हद तक आसन हो गयी है।
लेकिन भारतीय टीम को वैलेंटिना ब्रकोनी और सिआरा टीडी से बचकर रहना होगा। क्योंकि इटली की ये खिलाड़ी गज़ब की फॉर्म में हैं।
इटली से होगी भिडंत
ग्रुप स्टेज में तीन मैचों में दो ड्रा और एक हार के साथ, भारतीय महिलाएं, ग्रुप बी में तीसरे पायदान पर रहीं। जिससे टीम के लिए अंतिम-आठ में जगह बनाने के लिए दरवाज़े खुले हुए हैं।
बता दें कि इटली भी बड़े उलटफेर कर यहाँ तक पहुंची है। जहाँ इस टीम ने अपने से ऊंची रैंकिंग की टीमों, चीन और साउथ-कोरिया को मात दी।
इन खिलाड़ियों से होगी उम्मीद
युवा डिफेंडर, रीना खोकर से भारत को उम्मीदें होगी कि वे जिन टैकल मूव्स के लिए जानी जाती हैं। एक बार फिर बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाएं।
भारतीय टीम में नेहा गोयल, रानी रामपाल जैसे बड़े-बड़े नाम मौजूद हैं। इसलिए भारत इस मैच में पसंदीदा टीम के रूप में उतरने जा रही है।