नेशनल रैली चैम्पियनशिप में गौरव गिल को पांचवां खिताब 1

बेंगलुरू, 22 जनवरी; तीन बार के एशिया पैसेफिक रैली चैम्पियनशिप विजेता महेंद्रा एडवेंचर टीम के गौरव गिल ने अपने साथी चालक मुसा शरीफ के साथ मिलकर रविवार को यहां एमआरएफ-एफएमएससीआई इंडियन नेशनल रैली चैम्पियनशिप का खिताब पांचवीं बार अपने नाम किया। गिल ने एमआरएफ 43वीं के-1000 रैली में पहला स्थान हासिल करते हुए यह सफलता हासिल की। गौरव ने एक बार फिर अपना क्लास और कंट्रोल पेश करते हुए सभी पांच स्पेशल स्टेज में जीत हासिल की। गौरल ने 00.55.41.6 मिनट का समय लिया। दूसरे स्थान पर रहे चालक उनसे तीन मिनट पीछे रहे। इस तरह गौरव ने फाइनल में इस चैम्पियनशिप में कुल 100 अंक जुटा लिए।

मुसा (110 अंक) ने गौरव का बखूबी साथ दिया। गिल और मूसा एमआरएफ आईएनआरसी 2017 में अविजित रहे। इन दोनों ने चार राउंड में हिस्सा लिया और चारों में जीत हासिल की। गिल रैली ऑफ चिकमंगलूर में हिस्सा नहीं ले सके थे क्योंकि इसका आयोजन एशिया पैसेफिर चैम्पियनशिप के समय हुआ था। गिल ने वहां भी सफलता हासिल की थी।

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गिल ने शानदार जीत के बाद कहा, “यह शानदार दिन रहा। यह हमारे लिए परफेक्ट फिनिश रहा। शुरुआती कुछ स्टेड फिसलन भरे थे लेकिन बाद में हमने उन पर काबू पा लिया। “

आईएनआरसी-3 चैम्पियन डीन मास्कारेनहाल पहले सुपर स्टेज में गड्ढे में जाने के बाद भी ओवरऑल स्टैंडिंग में दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रहे। पहले स्टेज की दुर्घटना में उनके 16 मिनट खराब हुए थे। इसके बाद डीन और उनके साथी चालक श्रीप्था पाडीवाल ने शानदार वापसी की और समय की भरपाई करते हुए अहम अंक बटोरे।

मौजूदा आईएनआरसी चैम्पियन कर्णा कादूर के-1000 में तीसरा स्थान हासिल करने में सफल रहे। खराब किस्मत के बावजूद आईएनआरसी-2 में दूसरा स्थान हासिल करने के साथ-साथ वह ओवरऑल चैम्पियनशिप में तीसरे स्थान के काबिल रहे।

अर्जुन राव ने अपना क्लास दिखाया और रैली में दूसरा स्थान हासिल किया लेकिन चैम्पियनशिप में उन्हें छठे स्थान से संतोष करना पड़ा। वह डीएनएफएस के तीन राउंड्स में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे थे और यह उनके लिए सकारात्मक साबित हुआ।

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जैसी की उम्मीद थी, राहुल कांथराज ने तीसरे स्थान पर आने के बावजूद आईएनआरसी-2 की ट्रॉफी अपने नाम की। ओवरऑल कटेगरी में वह हालांकि चौथे स्थान पर रहे।

एफएमएससीआई 2डब्ल्यूडी कप को चेतन शिवराम और रुपेश खोले ने जीता। इन दोनों ने यहां एक और जीत के साथ अंतिम रूप से इस कप पर कब्जा जमाया। के-1000 कटेगरी के मौजूदा चैम्पियन अमित्राजीत घोष छठे और फाइनल स्टेज में क्रैश का शिकार हुए। वह तीसरे से पांचवें सीजन के बीच पूरे सीजन में चलते रहे थे लेकिन दुर्घटना के कारण उन्हें पोडियम नसीब नहीं हुआ। वह अंतिम रूप से पांचवें स्थान पर रहे। इनकी कार बुरी तरह दुर्घटना का शिकार हुई लेकिन वह तथा उनके साथी चालक अश्विन नाइक हल्की चोट के साथ सुरक्षित रहे।