शिमला, 5 अक्टूबर: टीम महेंद्रा के एक्सयूवी वाहनों, टीम टीवीएस की रेसिंग बाइक्स और कई अन्य तरह के वाहनों वाला 20वें रेड डी हिमालया का काफिला जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम में फंस गया है। इससे आयोजक दूसरे विकल्पों की खोज को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में जबकि रेड डी हिमालया का आयोजन आठ अक्टूबर से लेह में होना है, इसके काफिले के ट्रकों और अन्य भारी वाहनों के 40 किलोमीटर लंबे जाम में फंसना आयोजकों के साथ-साथ इसमें हिस्सा लेने वाली टीमों के लिए गंभीर चिंता का विषय हो गया है।
महेंद्रा एडवेंचर (रैली प्रोग्राम) के टीम मैनेजर फिलिपोस माथाई ने कहा कि उनके ट्रक चार दिनों से उधमपुर के करीब चेनानी-नासरी सुरंग से ठीक पहले फंसे हुए हैं।
माथाई ने कहा, “ट्रक मध्यरात्रि से निकलने शुरू हो गए हैं लेकिन जाम इतना लम्बा है कि हमारे ट्रकों की बारी सुबह 6 बजे से पहले नहीं आएगा। जाम काफी आगे तक है और रास्ते में हैवी ट्रैफिक होने के कारण काफी असुविधा हो रही है।”
टीम टीवीएस के मैनेजमेंट स्टाफ के सदस्य अचु एस नायर ने भी कहा कि उनके ट्रक भी कुछ किलोमीटर तक चले लेकिन अभी भी वे उधरमपुर में ही फंसे हुए हैं। नायर ने कहा, “हमारे ट्रक अभी भी उधमपुर में ही हैं। यहां से लेह 600 किलोमीटर दूर है। अब तक तो हम चेनानी-नासरी सुरंग भी नहीं पार कर सके हैं। यह काफी चिंताजनक बात है और अब हमने दूसरे विकल्पों की ओर देखना शुरू कर दिया है।”
टीम महेंद्रा की ओर से माथाई और अमित्राजीत घोष खिताब के लिए दावेदारी पेश करेंगे। ये दो दिग्गज चालक सात अक्टूबर को लेह पहुंचने वाले थे लेकिन अब ये अपनी कारों के समय से लेह पहुंचने को लेकर आशंका में हैं।
माथाई ने कहा, “रेड के लिए जांच की प्रक्रिया आठ अक्टूबर को होनी है। अगर हमारे ट्रक सात अक्टूबर तक लेह नहीं पहुंच पाते हैं तो फिर हम ट्रकों की ओर जाना शुरू कर देंगे। हम अपने एक्सयूवी को ट्रकों से उतारेंगे और फिर लेह का रुख करेंगे। हम किसी भी हालत में जांच के दूसरे दिन यानी नौ अक्टूबर तक लेह पहुंच जाना चाहते हैं।”
रेड के लिए सर्विस व्हीकल भी नौ अक्टूबर तक ही लेह पहुंच पाएगी और इसी कारण असल रेस 10 अक्टूबर को ही शुरू हो सकेगी।