पीवी सिंधु

विदेश में इतिहास रचने के बाद पहली बार स्वदेश लौटी भारत की बिटिया का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया। लोगों ने जमकर खुशियां मनाई, गोल्डन गर्ल का स्वागत फूल-माला पहना किया। सिंधु के साथ उनके गुरु पुलाला गोपीचंन्द्रन का स्वागत भी इसी अंदाज में किया गया। इसी स्वागत समारोह के बीच में यह खबर आई कि पीवी सिंधु और उनके गुरु आज प्रधानमंत्री भारत के राजधानी में मिलेगें।

प्रधानमंत्री ने दी थी सिंधु को जीतने की बधाईं

पीवी सिंधु

Advertisment
Advertisment

हालांकि आपकों बता दे कि सिंधु के इस इतिहास रचने वाली जीत पर जहां पूरे देश जमकर खुशियां मनाई वहीं ट्वीटर पर तो बाधाईयों का जैसे दौर ही शुरु हो गया। हर तरफ से उनको पहली वर्ल्ड चैंपियनशिप पर गोल्ड जीतने और आगे भी ऐसे ही आवार्ड जीतने के लिए जमकर आशीर्वाद दिए। वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने ट्वीट करते हुए उन्हें देश के गौरव का प्रतीत बताया था।

दो बार हार का सामना करने के बाद तीसरी बार मिली जीत

पीवी सिंधु

धैर्य और लगन क्या होता है, यह बात सिंधु से अच्छे कौन जान सकता है। यह उनके खेल के प्रति लगन ही थी, जो लगातार मिली हार धता बताते हुए, धैर्य का परिचय देते हुए , बता दिया कि अगर नामुमकिन शब्द तो मुर्खों के डायरी में होता है। शायद एक यही कारण है कि साल 2017 में इसी नोजोमी ओकुहारा से मिली करारी हार का उन्होंने साल 2019 में जीत में बदल दिया।

हालांकि आपकों बता दें कि पीवी सिंधु लगातार दो सालों से इस चैंपियनशिप में हार का सामना करती आई हैं। वहीं यह साल उनके लिए खुशियों की सौगात लेकर आया है। उन्होंने इसी नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर इस चैंपियनशिप की ट्राफी अपने नाम कर ली।

Advertisment
Advertisment

पीवी सिंधु के स्वागत पर लोगों ने जमकर मनाई खुशियां