भारत-साउथ अफ्रीका सीरीज जो इस साल के पहले महीने में शुरू हुई थी, उसमें कई बात विवाद सुनने को मिले। पहले भारत के मैच हारने पर आलोचकों ने खिलाड़ी पर आलोचनाओं की बौछार कर दी तो बाद में कप्तान और कोच ने आलोचकों को जमकर जबाव दिया।
मैच जीतने के बाद भारतीय कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने मीडिया को भी अपने निशाने पर लिया था। इस पर भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपनी एक इंटरव्यू के दौरान अपनी राय रखी है।
आलोचकों पर बोले मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी ने कहा कि, “मैं हमेशा से कहता आया हूं कि कैमरे पर बोलना, फुटेज लेने के लिए बोलना, ख़बर बनाने के लिए बोलना काफी आसान होता है।”
शमी ने कुछ पूर्व आलोचक खिलाड़ियों पर बिना नाम लिए तंज कंसते हुए कहा कि, “जो खिलाड़ी ऑन द फिल्ड कुछ नहीं कर पाए वो सोचते हैं कि ऑफ द फिल्ड बोलकर ही कुछ कर लें”।
हम ऐसी बातों को नजरअंदाज करने की कोशिश करते हैं। शमी ने कहा बाहर की बातों को जितना हो सके नजरअंदाज करने और सिर्फ अपने गेम पर ध्यान देना ही हमारे लिए ज्यादा अच्छा है।
शमी ने कहा कि “हमें पता होता है कि हम अपना 100 प्रतिशत मैदान पर देते हैं या नही। अगर हम अपना 100 प्रतिशत देते है तो हमे अपने आप को कभी दोषी नहीं मानते।”
खिलाड़ी को अपने प्रदर्शन का पता होता है
शमी ने कहा कि “बाहर से बोलने वाले का काम है कमी निकालना, वो नहीं देखते है कि मैदान पर आपने कैसा खेला है। आप अपना 100 प्रतिशत दो या ना उससे आलोचकों को कोई फर्क नहीं पड़ता वो बाहर से कमियां निकालते रहेंगे और आलोचना करतें रहेंगे। मेरे हिसाब से खिलाड़ियों को इन सभी बातों को इग्नोर करना चाहिए, मेरे हिसाब से खिलाड़ी अपने अंदर झांककर देखे कि उसने कैसा प्रदर्शन किया औऱ आगे के गेम पर ध्यान दें।”
इससे पहले रवि शास्त्री ने भी कहा था, कि कुछ लोग भारत की जीत पर गर्व महसूस नहीं करते। इस पर शमी ने कहा कि ये वैसे ही लोग हैं जिन्हें हार और जीत से कोई फर्क नहीं पड़ता। शमी ने कहा कि सच्चा टीममेट वहीं है जो आपकी जीत का गर्व महसूस करे।