उड़ी के शहीदों को समर्पित कबड्डी विश्व कप की जीत : बलवान सिंह 1

अहमदाबाद, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय कबड्डी टीम के कोच बलवान सिंह ने अहमदाबाद के द एरेना बाय ट्रांसस्टेडिया में मिली कबड्डी विश्व कप की खिताबी जीत जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को समर्पित की। भारत ने फाइनल में कड़े प्रतिद्वंद्वी ईरान पर बादशाहत कायम रखते हुए उसे नौ अंकों से हरा दिया। भारत ने लगातार तीसरी बार ईरान को विश्व कप के फाइनल में मात दी है।

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भारत ने ईरान को खिताबी मुकाबले में 38-29 से मात दी। यह खिताबी मुकाबला कई मौकों पर सांस रोकने वाला रहा।

इससे पहले भारत ने 2004 और 2007 में हुए कबड्डी विश्व कप में जीत हासिल की थी।

बलवान ने फाइनल मुकाबले के बाद संवाददाताओं से कहा, “हम इस जीत को अपने उन बहादुर जवानों को समर्पित करना चाहते हैं, जिन्होंने उड़ी जिले में हुए आतंकवादी हमले में शहादत पाई।”

भारतीय कबड्डी टीम के कोच ने कहा, “हम उन्हें सलाम करते हैं। हमने फाइनल मुकाबले से पहले योजना बनाई थी कि हम राष्ट्र को कुछ तो देंगे। हम अपने देश और सैनिकों के लिए यह विश्व कप जीतना चाहते थे।”

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उड़ी जिले में 18 सितम्बर को हुए आतंकवादी हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो गए थे।

पिछले कुछ साल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों को वित्तीय रूप से और सरकार की ओर से कई पुरस्कारों से नवाजा जाता है, लेकिन कोच बलवान का कहना है कि देश के लिए जीतना उनके तथा उनके खिलाड़ियों के लिए अधिक मायने रखता है।

कोच ने कहा, “हम सरकार से पुरस्कार जीतने के लिए नहीं खेलते हैं। सम्मान मिलना दूसरी बात है। हम देश के लिए खेलते हैं। लोगों से जो प्यार और समर्थन हमें मिलता है, वह हमारे लिए बड़ा सम्मान है। देश के लिए खेलना खुद में ही एक पुरस्कार है।”

कबड्डी विश्व कप के फाइनल मुकाबले के पहले हाफ में ईरान से 18-13 से पीछे चलने वाली भारतीय टीम ने दूसरे हाफ में बेहतरीन वापसी करते हुए जीत अपने नाम की।

भारतीय टीम के कप्तान अनूप कुमार ने कहा, “मध्यांतर के दौरान कोच ने हमसे शांत रहने और आत्मविश्वास के साथ खेलने के लिए कहा। हमने उनके सुझाव पर अमल करते हुए अपनी रणनीतियों को लागू किया।”

अनूप ने कहा कि उनकी टीम पर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं था। हर टीम जीतने के लिए खेलती है और उन्हें अपनी जीत पर पूरा विश्वास था।