भारतीय पहलवान नरसिंह यादव डोपिंग की वजह ओलंपिक से लगभग बाहर ही हो गये हैं. राष्ट्रीय डोपिंग एजेंसी (नाडा) इस मामलें में आज फैसला सुनायेगी. नरसिंह यादव के डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद ओलंपिक में भाग लेना मुश्किल हो गया हैं.
खबरो के मुताबिक, नरसिंह यादव आज नाडा के सामने अपना पक्ष रखेंगे. नरसिंह यादव का वकील आज नाडा के सामने वो सबूत पेश करेंगा, जिसमे एक अज्ञात शख्स नरसिंह के खाने में कुछ मिलावट कर रहा था, जिससे नरसिंह यादव फँस जाए और उनके प्रतिद्वंद्वी को फायदा हो.
नरसिंह यादव को ओलंपिक में जाने से रोकने की ये साजिश थी, और नरसिंह यादव ने भी उस व्यक्ति की पहचान कर ली हैं. उस व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया गया हैं. जिसने ये मिलावट किया था, वो भी एक रेसलर ही हैं, और उसका नाम नीतेश बताया जा रहा हैं.
वाडा के नियम के अनुसार, अगर किसी को फंसाया गया हैं तभी उस व्यक्ति का निलंबन रद्द होगा. अगर नरसिंह अपना पक्ष ठिक से नहीं रख पाए, तो उनपर एक साल की पाबंदी लग सकती हैं. अगर नरसिंह निर्दोष साबित नहीं हुए, तो उनकी जगह प्रवीण राणा को ओलंपिक में भेजा जाएगा.
नरसिंह यादव ओलंपिक में सुशील कुमार को मात देकर जा रहे थे, लेकिन इसके कुछ ही दिनों बाद नरसिंह डोपिंग का शिकार हुए. नरसिंह ने तब राष्ट्रीय महासंघ पर आरोप भी लगाया था, कि मुझे फंसाया गया हैं, और इसमे सभी मिले हुए हैं.
नरसिंह को नाडा ने डोपिंग में दोषी पाया हैं, और उनके अंदर एक नशीली दवा पायी गयी थी. ये ओलंपिक के लिए भारत को काफी बड़ा झटका हैं.
नरसिंह यादव ने पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था, और ओलंपिक में अपनी जगह बनाई थी. इसके साथ ही कुश्ती महासंघ ने सुशील की मांग भी खारिज की थी.