वारसॉ, 27 अगस्त (आईएएनएस/सिन्हुआ)। पोलैंड के एथलीट पियोत्र मालाचोव्स्की के रियो ओलम्पिक में जीते रजत पदक की कीमत सोने से भी अधिक लगाई गई है। वास्तव में पियोत्र ने तीन साल के एक बच्चे की जान बचाने के लिए अपना रजत पदक नीलामी पर लगाई थी।
मौजूदा विश्व चैम्पियन पियोत्र आंखों के कैंसर से जूझ रहे पोलैंड के तीन साल के ओलेक जिमांस्की के इलाज के लिए धनराशि इकट्ठा कर रहे हैं और उन्होंने इसीलिए अपना रजत पदक नीलाम किया।
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पियोत्र ने कहा, “रियो ओलम्पिक में मैंने स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए जी तोड़ कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से असफल रहा। हालांकि भाग्य ने मुझे अपने रजत पदक को स्वर्ण में बदलने का एक और मौका दिया।”
उन्होंने कहा, “ऑपरेशन के लिए धनराशि इकट्ठा करने करने का मेरा यह अभियान सफल रहा। पोलैंड के दिवंगत अरबपती जैन कुलजिक के उत्तराधिकारियों डोमिनिका और सेबास्टियन कुलजिक ने सबसे ऊंची बलो लगाकर मेरा रजत पदक खरीदा। हम यह दिखाने में सफल रहे कि हम साथ मिलकर करिश्मे कर सकते हैं।”
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रियो ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाले एथलीट ने अपने इस पदक को नीलामी पर रखा। ऐसा कहा जा रहा है कि बच्चे की आंख के इलाज में 125,000 अमेरिकी डॉलर का खर्च आ सकता है।
अपने पदक को नीलामी पर रखते हुए पियोत्र ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा था, “रियो में मैं स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए खेला था। लेकिन मैं अब सभी से अपील करता हूं कि आइए मिलकर उस चीज के लिए लड़ें जिसकी कीमत सोने से भी ज्यादा है। इस खूबसूरत बच्चे के स्वास्थ्य के लिए। आप सभी का इस नीलामी में स्वागत है।”
उन्होंने आगे लिखा है, “मैं सभी को इस नीलामी में आमंत्रित करता हूं। अगर आप इसमें मेरी मदद करते हैं तो मेरा यह चांदी का तमगा ओलेक के लिए सोने से भी कीमती साबित होगा।”
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पियोत्र की मदद की पहल से खुश कई लोगों ने उन्हें एक असली नायक करार भी दिया।