2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पैडलरों के शानदार प्रदर्शन के बलबूते, भारत ने तीन स्वर्ण पदकों समेत कुल आठ पदक जीते थे। मनिका बत्रा, शरत कमल अचंता और साथियां ग्नासेकरान जैसे खिलाडियों से भारत को एक बार फिर उम्मीद होगी, कि वे एशियन गेम्स 2018 में भी पदकों की झड़ी लगायें।
बता दें कि 2014 इन्चिओन एशियन गेम्स में भारतीय टेटे खिलाड़ी, एक भी पदक नहीं जीत पाए थे। चीनी और कोरियाई खिलाडियों के आगे बड़े-बड़े दिग्गज पस्त हो चले थे।
इसलिए संयम बरतते हुए, टेबल टेनिस खिलाडियों को पदक की दौड़ में किसी भी तरह शामिल होना होगा। आइये डालते हैं एक नज़र कौन से भारतीय पैडलर जिता सकते हैं भारत को एशियाई खेलों में पदक।
टेबल टेनिस(महिला)
मनिका बत्रा
2018 कॉमनवेल्थ खेलों में टीम और सिंगल्स प्रतिस्पर्धाओं में इस 23 वर्षीय युवा खिलाड़ी ने पूरे विश्व को चेताया कि भारत में भी कम टैलेंट नहीं है। उन्होंने कुल चार पदक जीते।
यही नहीं, मनिका बत्रा ने 2016 में साउथ-एशियन गेम्स में भी कुल चार पदक जीते। यही कारण है कि भारत टेबल टेनिस टीम में पदक की प्रबल दावेदार वही हैं।
मौमा दास
भारतीय खेमे में सबसे अनुभवी नामों में से एक। मौमा दास, टीम इवेंट की आदर्श खिलाड़ी हैं, राष्ट्रमंडल खेलों में भी उन्होंने मनिका के साथ, मिलकर पदक जीता था।
हालाँकि एशियन गेम्स में आकर न जाने दास की फॉर्म जवाब दे जाती है। क्योंकि चीन और साउथ-कोरिया के उच्च स्तरीय खिलाडियों से पार पाना हर किसी के बस की बात नहीं है।
मधुरिका पाटकर
भारतीय दल में एक और अनुभवी नाम, लेकिन इनके नाम अभी तक एक भी एशियन गेम्स मेडल नहीं है। मधुरिका को भी टीम खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है।
इस बार उनसे उम्मीद होगी कि वे भारत को सधी हुई शुरुआत दिलाएं। वहीँ सुथिरता मुखर्जी और अहिका मुखर्जी पहली बार एशियाई खेलों का हिस्सा बनने जा रही हैं।
टेबल टेनिस(पुरुष)
अचंता शरत कमल
शरत इस दल में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। उनसे पदक की उम्मीद केवल इसलिए नहीं है कि वे सबसे अनुभवी खिलाड़ी के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं।
बल्कि जिस तरह उन्होंने कॉमनवेल्थ खेलों में नाइजीरिया के क़ादरी एरुना को आख़िरी क्षणों तक टक्कर दी। वह काबिल-ए-तारीफ़ रही।
साथियां ग्नासेकरान
भारत के टॉप-सीड खिलाड़ी, साथियां, कई मेजर टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुके हैं और पदक भी जीत चुके हैं। यह युवा स्टार, पहली बार एशियन गेम्स का हिस्सा बनने जा रहा है।
टॉप-रैंक का खिलाड़ी होने के चलते उनसे उम्मीद बढ़ गयी है।
एंथनी अमलराज
एंथनी अमलराज, दो बार के कॉमनवेल्थ पदक विजेता हैं। टीम इवेंट्स में शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें जाना जाता है। मिक्स्ड डबल्स और मेंस डबल्स में पदक की उम्मीद की जा रही है।
इस सूची में हरमीत देसाई का भी नाम शामिल है। लेकिन उनका प्रदर्शन कभी भी उस स्तर का नहीं रहा, जिससे उन्हें पदक जीतने की लिस्ट में शामिल किया जाये।
यदि वे कोई उलटफेर करते हैं तो संभव ही उनके आगामी करियर के लिए बेहतर होगा।