मौजूदा दौर को भारतीय बैडमिंटन का स्वर्णिम दौर कहना गलत नहीं होगा। पीवी सिन्धु, साइना नेहवाल, किदाम्बी श्रीकांत और एच.एस प्रणय जैसे टैलेंटेड खिलाड़ी भारतीय दल को और मजबूत बनाते हैं। लेकिन जब बड़े टूर्नामेंट्स में भारत जाता है तो सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन जवाब दे जाता है।
हम यहाँ बात कर रहे हैं, फ़िलहाल चल रहे बैडमिंटन जापान ओपन 2018 की। जहाँ भारतीयों के लिए इंडोनेशियाई और थाई खिलाड़ी कड़ी चुनौती पेश करेंगे। मौजूदा विश्व नंबर-1, डेनमार्क के विक्टर एक्सेल्सन का रिकॉर्ड भारतीयों के खिलाफ़ उतना अच्छा नहीं है, जितना कि मौजूदा विश्व नंबर-1, पूर्व विश्व चैंपियन का होना चाहिए।
कभी जापान ओपन के फाइनल में नहीं पहुँच सका है कोई भारतीय
यह तथ्य भी सच है कि कभी कोई भारतीय शटलर, इस सुपर-750 टूर्नामेंट के फाइनल में नहीं पहुँच सका है। फिर चाहे वो मेन्स सिंगल्स हो, महिला सिंगल्स या डबल्स इवेंट।
लेकिन यहाँ एच.एस प्रणय ने जिस तरह, पहले ही राउंड में एशियन गेम्स 2018 के स्वर्ण पदक विजेता को सीधे सेटों में मात दी है। लेकिन उनका अगला मुकाबला, इंडोनेशिया के टॉप सीडेड खिलाड़ी, एन्थनी सिनीसुका से होना है।
वहीँ यदि प्रणय इस खिलाड़ी की चुनौती से पार पाने में सफ़ल रहते हैं, तो क्वार्टरफाइनल में उनका मुक़ाबला, विश्व नंबर-1 विक्टर एक्सेल्सन से होगा। इसलिए इस भारतीय को कठिन ड्रा मिला है, इसमें कोई दो राय नहीं हैं। प्रकाश पादुकोण भी भारत को यह ख़िताब नहीं जिता सके थे।
किदाम्बी श्रीकांत को मिला है आसान ड्रा
वहीँ टॉप सीडेड भारतीय शटलर, किदाम्बी श्रीकांत को क्वार्टरफाइनल में पहुँचने के लिए तो कोई कठिनाई नहीं झेलनी पड़ेगी। लेकिन क्वार्टरफाइनल में उनका मुकाबला, कोरिया के सोन वान हो से हो सकता है।
2017 में खेले तीन मैचों में श्रीकांत ने कोरियाई खिलाड़ी को दो बार मात दी थी। इसलिए भारतीय शटलर का मनोबल, ज़ाहिर तौर पर ऊँचा ही होगा।
पीवी सिन्धु का सामना हो सकता है ताइ ज़ू यिंग से
एशियन गेम्स के फाइनल में पीवी सिन्धु को हराने वाली, ताइ ज़ू यिंग एक बार फिर इस भारतीय के ख़िताबी सपने को चकनाचूर कर सकती है। बता दें कि सेमीफाइनल में ये दोनों आमने-सामने हो सकती हैं।
इसीलिए महिला सिंगल्स में पीवी सिन्धु के हारते ही भारतीय चुनौती समाप्त हो जाएगी। क्योंकि साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं है। उनकी जगह वैष्णवी रेड्डी जक्का को मिली थी। जो पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गयी हैं।