हार्दिक पांड्या ने काफी कम समय में अपना एक बड़ा नाम बना लिया है. वह वर्तमान समय में भारतीय टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक बन गए हैं. वह गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों से ही टीम के लिए योगदान करते हैं, इसलिए उनकी तुलना कुछ क्रिकेट प्रशंसक कपिल देव व इमरान खान जैसे दिग्गज ऑलराउंडर से भी करते हैं. हालांकि पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक इस बात से सहमती नहीं रखते हैं.
हार्दिक की तुलना कपिल पाजी या इमरान भाई से करना जल्दबाजी
अब्दुल रज्जाक ने अपने एक बयान में हार्दिक पांड्या को लेकर कहा, “हार्दिक पांड्या की पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव से तुलना करना जल्दबाजी होगी. कपिल देव और इमरान खान क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर हैं.
पांड्या इनके आस-पास भी नहीं है. मैं भी ऑलराउंडर था, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मैं इमरान भाई से तुलना करने लगू. कपिल पाजी और इमरान भाई अलग लीग में थे. पांड्या को वर्ल्ड क्लास क्रिकेटर बनने के लिए अभी काफी मेहनत करने की जरूरत है.”
पांड्या को शारीरिक और मानसिक रूप से और मजबूत बनना होगा
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अब्दुल रज्जाक ने कहा, “हार्दिक पांड्या अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन वे और बेहतर ऑलराउंडर बन सकते हैं. यह सिर्फ मेहनत से होगा, जब आप खेल को ज्यादा वक्त नहीं देते हैं, तो इसका आपकी काबिलियत पर असर पड़ता है. पांड्या को शारीरिक और मानसिक रूप से और मजबूत बनना होगा.
आप देख सकते हैं कि वे लगातार चोटिल हो रहे हैं. पिछले साल ही उन्हें बैक सर्जरी करानी पड़ी. जब आप ज्यादा पैसा कमाने लगते हैं, तो खेल को लेकर थोड़ा रिलेक्स हो जाते हैं. हर खिलाड़ी के लिए यह एक जैसा ही होता है. मोहम्मद आमिर ने भी कामयाब होने के बाद उतनी मेहनत नहीं की, जिसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा.”
बुमराह को लेकर मेरे बयान को गलत समझा गया
कुछ समय पहले अब्दुल रज्जाक ने दूसरे गेंदबाजों से जसप्रीत बुमराह की तुलना करते हुए उन्हें ‘बेबी बॉलर’ कहा था. उनके इस बयान पर काफी विवाद हुआ था. हालांकि अब उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई दी है.
अब्दुल रज्जाक ने कहा, “बुमराह से मेरी कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है. मैं उनकी तुलना ग्लेन मैक्ग्रा, वसीम अकरम, शोएब अख्तर जैसे गेंदबाजों से कर रहा था, क्योंकि इनका सामना करना बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मुश्किल था, लेकिन मेरे बयान को गलत समझा गया.
मुझे लगता है कि बुमराह वर्ल्ड क्लास गेंदबाज बनने की राह पर हैं, लेकिन हमारे वक्त गेंदबाज आज के मुकाबले ज्यादा बेहतर थे. इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है.”