एक समय था जब पाकिस्तानी बल्लेबाज अहमद शहजाद (Ahmed Shahzad) की तुलना भी पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) से होती थी लेकिन धीरे-धीरे वक्त बीतता चला गया और शहजाद पाकिस्तान की टीम से बाहर हो गए। अब उनके चयन पर कोई ध्यान तक नहीं देता है। इसी बीच उन्होंने भारत और पाकिस्तान के सीनियर खिलाड़ियों के बीच क्या फर्क है। इसपर बड़ा बयान दिया है। खास बात यह है कि इस अंतर को समझाने के लिए उन्होंने एमएस धोनी (MS Dhoni) और विराट कोहली (Virat Kohli) का उदाहरण दिया है।
कामयाबी से जलते हैं सीनियर खिलाड़ी
पाकिस्तानी बल्लेबाज अहमद शहजाद (Ahmed Shahzad) का कहना है कि यहाँ के सीनियर खिलाड़ी कामयाबी से जलते हैं।
क्रिकेट पाकिस्तान के साथ खास इंटरव्यू में उन्होंने कहा,
”मैंने यह पहले भी कहा है और मैं इसे फिर से कहूंगा, कोहली का करियर अचानक से आगे बढ़ा क्योंकि उन्हें एमएस धोनी का साथ मिला था लेकिन दुर्भाग्य से, यहां पाकिस्तान में, आपके अपने लोग आपकी सफलता को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। हमारे अपने सीनियर खिलाड़ी और पूर्व क्रिकेटर किसी को सफल होते देख हजम नहीं कर पाते हैं, जो पाकिस्तान क्रिकेट के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।”
कोहली का समर्थन कर रही है भारतीय टीम
पाकिस्तानी बल्लेबाज अहमद शहजाद (Ahmed Shahzad) ने विराट कोहली के ख़राब फॉर्म पर भी बात की। उन्होंने बताया कि कोहली पिछले दो साल से ख़राब फॉर्म में हैं लेकिन बावजूद इसके टीम इंडिया उनका लगातार समर्थन कर रही है जबकि उन्हें दो मैचों के खराब प्रदर्शन के आधार पर ड्रॉप कर दिया गया था और फिर वापस नहीं चुना गया।
उन्होंने कहा,
”विराट कोहली पिछले दो साल से ख़राब फॉर्म से जूझ रहे हैं जबकि मुझे दो मैचों के बाद बाहर कर दिया गया था। मुझे फैसलाबाद टूर्नामेंट में प्रदर्शन करने के लिए कहा गया था और मैं वहां सबसे ज्यादा रन बनाने वाला खिलाड़ी था लेकिन फिर भी मुझे दूसरा मौका नहीं दिया गया।”
कोहली को मिला था धोनी का साथ
गौरतलब है कि कोहली के बुरे वक्त में धोनी ने हमेशा उनका साथ दिया है। साल 2014 में इंग्लैंड के खराब दौरे के बाद उनपर काफी सवाल भी खड़े हुए थे और कहा जा रहा था कि विराट को टीम से बाहर कर देना चाहिए लेकिन धोनी ने उनपर अपना भरोसा बनाए रखा। यह धोनी के भरोसे का ही नतीजा है कि आज कोहली की गिनती दुनिया के सफल क्रिकेटरों में होती है।