भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगारकर ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर सवाल उठाते हुए चयनकर्ताओं से अपील की है कि वे एक खिलाड़ी और कप्तान के रुप में सीमित ओवरों के प्रारुप में उनके प्रदर्शन की समीक्षा करें| उसने कहा, कि अब लगता है धोनी अपना ये भार संभाल नहीं पा रहे हैं|
क्या आप जानते हैं? अजीत अगारकर के बारे में ये 10 तथ्य:
1. अजीत अगारकर ने अपना करियर एक बल्लेबाज के रूप में शुरू किया था लेकिन बाद में वो एक तेज गेंदबाज के रूप में उभरे| जूनियर क्रिकेटर के रूप में अगारकर के नाम तीहरा शतक भी शामिल है|
2. अगारकर ने 1994 में अंडर 17 का प्रतिनिधित्व किया| उन्होंने उस समय एक ऑल राउंडर के रूप में खेले और उन्हें बल्लेबाजी के लिए 5वें नंबर पर भेजा जाता था|
3. अगारकर ने 1997 में अंडर-19 टीम में श्रीलंका के खिलाफ एक शानदार शतक लगाया था|
4. अपने करियर की शुरुआत करने के बाद 1998 तक अगारकर एक बेहतरीन तेज गेंदबाज बन चुके थे| उस समय तक वो मात्र 23 मैचों में 50 विकेट ले चुके थे|
5. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1999 में टेस्ट मैच में 5 लगातार डक का रिकार्ड्स दर्ज किया|
6. अगारकर वनडे मैच में सबसे तेज अर्द्धशतक बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी रहे, लेकिन उनका रिकॉर्ड कपिलदेव ने तोड़ा उसके बाद सहवाग, द्रविड़ और फिर युवराज ने|
7. अगारकर पहले भारतीय खिलाड़ी थे जिन्होंने वनडे मैचों में 50, 150, 200, 250 विकेट लेने के रिकार्ड्स को कायम रखा| जबकि सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड इरफ़ान पठान के नाम दर्ज है|
8. अगारकर ने लार्डस के मैदान पर टेस्ट मैच में एक शतक लगाया जब महान सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्षमण जैसे खिलाड़ी उस मैच में नहीं थे|
9. 2003-04 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में उनका स्पेल 6-42 का रहा जिसके वजह से यह सीरीज ड्रा हो गया|
10. 2010 के रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में अगारकर ने अपने टीम के लिए 5 विकेट लिए| और ये ट्रॉफी जितने में उनकी अहम् भूमिका रही|