अंकित चव्हाण

आईपीएल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग में नाम सामने आने के बाद क्रिकेटर अंकित चव्हाण पर बीसीसीआई ( BCCI) ने आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था.करीब आठ साल बाद बीसीसीआई  ने अंकित चव्हाण (Ankeet Chavan) पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का फैसला करते हुए उन्हें बड़ी राहत दी है. बोर्ड के इस फैसले के बाद अंकित चव्हाण भी काफी खुश हैं उन्हें उम्मीद है कि वो अब फिर क्रिकेट के मैदान में अपना जौहर दिखा पाएंगे.

अंकित चव्हाण को बीसीसीआई ने दी बड़ी राहत

अंकित चव्हाण

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बीसीसीआई (BCCI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अंकित चव्हाण (Ankeet Chavan) को आजीवन प्रतिबंध से मुक्त कर दिया है. अंकित चव्हाण पर साल 2013 में आईपीएल के दौरान स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे, जिसके बाद उन पर सभी प्रकार के क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था.

इस मामले में अंकित चव्हाण (Ankeet Chavan) के साथ एस श्रीसंत और अजीत चंदीला को भी समान सजा दी गई थी. ये तीनों खिलाड़ी उस वक्त 2008 की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे. बीसीसीआई ने भी इस बारे में बयान जारी कर दिया है.

बीसीसीआई के फैसले पर अंकित ने जताई खुशी

अंकित चव्हाण

बीसीसीआई (BCCI) के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमंग अमीन ने मुंबई के स्पिनर को सूचित किया कि बीसीसीआई के नैतिकता अधिकारी के निर्देशों और अदालत के मुताबिक अंकित चव्हाण के आजीवन प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया गया है. इसका मतलब है कि उनकी सजा पिछले सितंबर में ही खत्म हो गई है.

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इस खबर को जानने के बाद अंकित चव्हाण (Ankeet Chavan) की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था और वह फिर से क्रिकेट का हिस्सा बनने की संभावनाओं से खुश थे। इसके लिए उन्होंने बीसीसीआई और मुंबई क्रिकेट का भी आभार व्यक्त किया.

फिर से क्रिकेट खेलना चाहते हैं अंकित चव्हाण

अंकित चव्हाण

बीसीसीआई (BCCI) से खेलने की मंजूरी मिलने पर मुंबई के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर अंकित चव्हाण (Ankeet Chavan) ने कहा कि कोरोना महामारी और मानसून के बावजूद वह मैदान पर उतरने को बेताब हैं. अंकित चव्हाण ने कहा,

”यह प्रतिबंध सितंबर 2020 को ही खत्म हो गया था। अब मैं कुछ भी खेलने को तैयार हूं. मुझे मैदान पर उतरने का इंतजार है. कोरोना महामारी और मानसून के कारण मैदान बंद होंगे, लेकिन जब भी मैदान पर उतरने का मौका मिलेगा, मैं इंतजार कर रहा हूं.”

बता दें कि पिछले साल बीसीसीआई के लोकपाल जस्टिस ( सेवानिवृत) डी के जैन ने श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबंध घटाकर सात साल का कर दिया था।