क्रिकेट डेस्क। अजिंक्य रहाणे (नाबाद 63 रन) के दमदार अर्धशतक की बदौलत राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स (आरपीएस) ने आईपीएल-9 के 33वें मैच में गुरुवार को दिल्ली डेयरडेविल्स को सात विकेट से हरा दिया। आरपीएस की यह 9 मैचों में तीसरी जीत रही जबकि दिल्ली डेयरडेविल्स की 8 मैचों में तीसरी हार।
आइए नजर डालते है मैच के बाद कप्तान के बयानों पर-
हमारी सबसे बड़ी चिंता इस मैच से दूर हुई : धोनी
जीत दर्ज करने के बाद राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि यह जीत बहुत जरूरी थी। उन्होंने कहा कि जब आप पांच मैच हार चुके हो तो किसी भी अंदाज में जीत आए वो अच्छी है। धोनी अपनी टीम के गेंदबाजों से काफी प्रभावित नजर आए। मैच के बाद उन्होंने कहा, ‘गेंदबाजों ने योजना के मुताबिक काम किया। दिल्ली को 160 रन पर रोकने के बाद हम खुश थे। हमे इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखने को मिली क्योंकि गेंदबाजी हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय था। गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया और फील्डरों के मुताबिक गेंद फेंकी।’
उन्होंने साथ ही कहा, ‘अगर आप अंतिम ओवरों पर ध्यान नहीं दें तो गेंदबाजों का प्रदर्शन कमाल का रहा। अंतिम ओवरों में मेरा मानना है कि वह गेंदबाज प्रभावी हैं जो बल्लेबाजों के साथ छल करे।’
अपनी बल्लेबाजी के बारे में बात करते हुए धोनी ने कहा कि पिच धीमी पड़ रही थी, जिसकी वजह से बल्लेबाजी करना मुश्किल हो रहा था। उन्होंने कहा, ‘पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था क्योंकि दिल्ली के स्पिनर्स अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। मिश्रा और ताहिर ने अच्छी गेंदबाजी की।’
हमारी पारी बीच में लड़खड़ा गई: जेपी डुमिनी
मैच के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान जेपी डुमिनी ने कहा, ‘हमारी पारी बीच में लड़खड़ा गई। हम 20 रन और बना सकते थे। यह हार की बड़ी वजह रही।’
उन्होंने साथ ही कहा कि हमने गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया और अंतिम ओवर तक मैच खींच कर ले जाने में सफल रहे।
डुमिनी के मुताबिक दिल्ली ने कुछ गलतियां की और कुछ मौके गवाएं, लेकिन टीम को मैच से काफी सकारात्मक सबक लेने को मिले।
यह पूछने पर कि अंतिम ओवर ताहिर को क्यों नहीं दिया तो दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान ने कहा, ‘मैं अंतिम ओवर में ताहिर को ही मौका देता, लेकिन हमने शमी से अंतिम दो ओवर में गेंदबाजी करने के बारे में बात की थी। हम सिर्फ दो तेज गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरे थे, इसलिए लेग स्पिनर्स का उपयोग बहुत चौकन्ने रूप से करना था। हम इमरान ताहिर का उपयोग आखिरी के आठ ओवरों में करना चाहते थे।’
हमने फैसला किया था अंत तक टिककर खेलेंगे: रहाणे
वहीं 63 रन की दमदार पारी खेलकर मैन ऑफ द मैच बने अजिंक्य रहाणे ने कहा, ‘हमने फैसला किया था कि एक बल्लेबाज अंत तक टिककर खेलने की कोशिश करेगा और आज मेरा दिन था। पहले 6 ओवर महत्वपूर्ण थे, गेंद बल्ले पर अच्छे से आ रही थी। मगर इसके बाद विकेट धीमा पड़ने लगा। मैं अपनी बल्लेबाजी को साधारण रखता हूं। टीम को मुझसे यही उम्मीद है कि मैं क्रीज पर सेट हो जाऊं तथा टिककर खेलते हुए 15-20 रन का योगदान दे सकूं।’