भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैच की वनडे सीरीज का आगाज 17 सितम्बर से हो जायेगा. इस सीरीज का पहला मैच चेन्नई में खेला जायेगा जिसके लिए दोनों ही टीमें चेन्नई के एम. चिदंबरम स्टेडियम में पहुँच चुकी हैं. जहाँ ऑस्ट्रेलिया की टीम बांग्लादेश के साथ टेस्ट सीरीज बराबरी पर छूटने के बाद भारत लौटी हैं, तो वहीँ भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ सफल दौरे का अंत कर भारत वापस आयीं और इस समय टीम के हौसले भी काफी बढ़े हुए हैं, जिस कारण ये वनडे सीरीज काफी रोमांचक होने वाली हैं.
अभ्यास मैच में दिखी कमजोरी
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत पहुंचकर 12 सितम्बर को बोर्ड प्रेसिडेंट टीम के खिलाफ अभ्यास मैच खेला जिसमे टीम के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया साथ में टीम के स्पिन गेंदबाजों ने भी मैच में अपना जलवा बिखेरा लेकिन टीम के लिए एक ऐसी कमजोरी सामने आयीं, जो इससे पहले ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए कभी सोची नहीं जा सकती हैं और वह थी फील्डिंग. ऑस्ट्रेलिया टीम की इस अभ्यास मैच में फील्डिंग बेहद कमजोर नजर आयीं.
कोच ने भी जताई चिंता
ऑस्ट्रेलिया टीम के मुख्य कोच डैरेन लेहमेन इस समय अवकाश पर हैं और उनकी जगह पार टीम में कोच के पद को संभाल रहे डेविड सेकर ने भी टीम की फील्डिंग को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “हमारी टीम को विश्व की टॉप फील्डिंग टीमों में गिना जाता हैं और अभ्यास मैच में टीम के खिलाड़ियों ने बेहद ही खराब फील्डिंग की हैं, जिसकों हमें पहले वनडे मैच तक सुधारना होगा, क्योकि यदि हमने सीरीज में भी ऐसा ही किया तो टीम को इसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.”
कुछ दिन सिर्फ फील्डिंग पर ध्यान
ऑस्ट्रेलिया टीम के कार्यवाहक कोच डेविड सेकर ने कहा कि “अब हम कुछ दिन के लिए सिर्फ फील्डिंग पर ही ध्यान देंगे, क्योकि यदि आप मैच में 2 से 3 कैच पकड़ लेते हैं और इससे अधिक छोड़ देंगे तो इससे टीम को नुकसान ही होगा आपको मैच के दौरान हर समय अपना पूरा ध्यान गेंद पर बनाकर रखना होगा.” चेन्नई के इस मैदान में भारत और ऑस्ट्रेलिया की भिडंत 30 साल के बाद हो रही हैं.