5 बार विश्वचैम्पियन और 2014 एसियन गेम में स्वर्ण पदक जितने वाली भारत की महिला मुक्केबाज मैरीकॉम ने ओलम्पिक 2016 के बाद बॉक्सिंग से अलविदा कहने का मन बना लिया है, 2 मार्च 2014 को IIT दिल्ली में आयोजित बॉक्स – आउट अभियान अभियान से यह खबर सामने आयी है.
मैरीकॉम ने कहा वो रिटायर्मेंट के बाद अपने घरेलू शहर मणिपुर में अपने बॉक्सिंग एकेडमी का संचालन करेंगी, उन्होंने कहा उनका लक्ष्य सिर्फ मणिपुर से ही नहीं बल्कि पुरे भारत से बॉक्सर पैदा करने का है.
यहाँ एमसी मैरीकॉम के कैरियर की उल्लेखनीय उपलब्धियों में से कुछ पर नजर डाली गयी हैं:
1.सिर्फ 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने विश्व एमेच्योर मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता.
2.2002 में अंताल्या विश्व एमेच्योर मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 45 किलोग्राम वर्ग में उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया.
3.उन्होंने लंदन में आयोजित 2012 के समर ओलंपिक में कांस्य पदक जीता.
4.उन्होंने लगातार 2011 में एशियाई महिला कप और 2012 में एशियाई महिला चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता.
5.2007 में कुछ शानदार प्रदर्शन के बाद, इंटरनेशनल एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन ( IABA ) ने मैरीकॉम को “मैग्निफिसेंट मैरी” के उपनाम से उन्हें सम्मानित किया.