उपमहाद्वीप के बाहर भी अच्छा करेंगे अश्विन : मुथैया मुरलीधरन 1

महानतम स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का मानना है कि भारतीय ऑफ-स्पिनर अश्विन उपमहाद्वीप के बाहर भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. भारतीय स्पिनर अश्विन इस साल उपमहाद्वीपो की पिचों पर बल्लेबाजों पर कहर बन के टूटे है, लेकिन पिछले वर्ष उपमहाद्वीप के बाहर की परिस्थितियों में अश्विन नाकाम रहे थे. एशिया में अश्विन ने 51 पारियों में 179 विकेट हासिल किये है, जबकि एशिया के बाहर अश्विन 21 पारियों में केवल 41 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए इंटरव्यू में मुरलीधरन ने कहा, कि अश्विन ने संयम बनाये रखना सीख लिया है, जोकि स्पिन मददगार पिचों के आलावा भी अच्छा प्रदर्शन करने में मदद करेगा.

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मुरलीधरन ने कि,

अश्विन में मूल बातें सब ठीक है, वह लगातार सीखना चाहते थे और अपनी प्रतिभा को सुधारने में लगे रहते थे. दूसरी बात, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अन्य किसी भी दूसरे गेंदबाज की तरह अश्विन ने भी विकेट लेने के लिए धैर्य की कला विकसित की है. बल्लेबाज को आउट करने के लिए अश्विन अपना समय निवेश करने के लिए तैयार हैं”

हाल में न्यूज़ीलैण्ड के विरुद्ध 3 मैचो की टेस्ट सीरीज के दौरान अश्विन ने अपनी अच्छी फॉर्म को कायम रखा और 3 मैचो में 27 विकेट हासिल किये. जिसके बाद अश्विन मुरलीधरन का रिकॉर्ड तोड़ते हुए विश्व के दुसरे सबसे तेज 200 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने. अश्विन ने 200 विकेट 37 मैचो में पुरे किये जबकि यह उपलब्धि हासिल करने के लिए मुरलीधरन को 42 मैचों का इंतज़ार करना पड़ा था.

मुरलीधरन ने अश्विन और पाकिस्तानी स्पिनर यासिर शाह की तारीफ करते हुए कहा कि यह दोनों मेरा सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड तोड़ सकते है, इनमे टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट लेने की क्षमता है.

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आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम के हिस्सा रहे गेंदबाज़ अश्विन के बारे में मुरलीधरन ने कहा कि,

“रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि अगर मौजूदा फॉर्म पर गौर करे तो अश्विन और यासिर दोनों मेरे रिकार्ड्स तोड़ सकते हैं. मेरे रिकार्ड्स तक पहुंचना इस बात पर निर्भर करेगा कि उनका करियर कितना लंबा चलता है और उनकी फिटनेस और फॉर्म कैसी रहती है.”

इंग्लैंड में 6 मैचो में 48 विकेट लेने वाले मुरलीधरन का कहना है कि काउंटी क्रिकेट खेलने से भारतीय स्पिनर को फायदा मिल सकता हैं.

मुरलीधरन ने कहा,

“मुझे काउंटी क्रिकेट खेलने का अवसर मिला, इससे मुझे इंग्लैंड की परिस्थितियों को अच्छे से समझने का मौका मिला. और जब मैं इंग्लैंड के विरुद्ध टेस्ट सीरीज खेला तब मुझे यह अंदाजा था कि मुझे किस क्षेत्र में गेंदबाजी करनी है. अश्विन भी इस तरह की पिचों पर गेंदबाजी करने की कला सीख जाएंगे जोकि परंपरागत रूप से तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होती हैं”

महानतम गेंदबाज़ ने अश्विन को विदेशी पिचों पर अपनी क्षमताओ को कम ना आंकने की सलाह दी हैं.

मुरली ने कहा, “अगर तुम स्पिन मददगार पिच पर 810 विकेट लेते हो तो तेज गेंदबाजो की मदगार पिचों पर परेशानी होती है, लेकिन तुम टीम के सबसे योग्य गेंदबाज़ हो. अश्विन के पास
पर्याप्त अनुभव है और अश्विन इस पर काम कर रहे है जोकि आने वाले समय में तुरुप का इक्का साबित होगा”.

मुरली ने कहा कि अश्विन का बल्ले से सहयोग उनके लिए बड़ा प्लस पॉइंट्स हैं. वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज के दौरान अश्विन 17 विकेट लिए था साथ ही 2 शतको की मदद से 235 रन भी बनाये थे.

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अंत में मुरली न कहा,

“एक आल-राउंडर के तौर पर अश्विन का आत्मविश्वास आसमान पर हैं. वह बल्ले और गेंद से सहयोग करने में सक्षम हैं. वह हमेशा कठिन समय में निचलेक्रम में आकर महत्वपूर्ण रन बनाते हैं जोकि उनके और टीम के लिए प्लस पॉइंट्स हैं. वह अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी फॉर्म एक साथ कायम रखने में सक्षम हैं.”

Gautam

I am Gautam Kumar a Cricket Adict, Always Willing to Write Cricket Article. Virat and Rohit are My Favourite Indian Player.