रांची टेस्ट मेरे करियर का सबसे कठिन मैच था : पीटर हैंड्सकोंब 1

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर- गावस्कर सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच रांची में खेला गया. इस टेस्ट मैच में पुजारा, स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल और रिद्धिमान साहा ने शतकीय पारी खेली. अंत में पीटर हैंड्सकोंब और शॉन मार्श की जुझारू अर्धशतकीय पारी की वजह से इस मैच का रिजल्ट ड्रा रहा. भारत की जीत की राह में रोड़ा बने पीटर हैंड्सकॉम्ब इस कारण खेल पाए विश्वस्तरिय स्पिन गेंदबाजी

पीटर हेंड्सकोंब और शॉन मार्श ने मिलकर मैच के पाँचवे दिन 124 रनों की साझेदारी की. शॉन मार्श ने अपनी इस पारी में 197 गेंद खेलकर 53 रन बनाये और पीटर हैंड्सकोंब ने 200 गेंद खेलकर नाबाद 72 रनों की पारी खेली.

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पीटर हेंड्सकोंब ने अपनी इस पारी के बारे में बात करते हुए कहा, “यह मैच बहुत मजेदार था और बहुत ज्यादा कठिन भी. मैच के पाँचवे दिन दो ऐसे गेंदबाजों का सामना करना, जो टेस्ट के नंबर 1 और 2 गेंदबाज़ है, बहुत मुश्किल था. फिर भी मार्श और मैंने यह किया और इस प्रदर्शन से मैं बहुत खुश हूँ.”   अपने पहले ही भारत दौरे पर पीटर हैंड्सकॉम्ब के नाम जुड़ा विश्व रिकॉर्ड, ऐसा करने वाले दुसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बने

पीटर हैंड्सकोंब ने आगे कहा, “हम इस सीरीज में बहुत अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे है. मुझे यकीन था, कि यह मैच ड्रा ही होगा, अगर मैं और मार्श इतना नहीं खेल पाते, तो जरुर दूसरे बल्लेबाज़ ऐसी पारी खेलते.”

पीटर हैंड्सकोंब ने आगे शॉन मार्श की बड़ाई करते हुए कहा, “मुझे लगता है, मेरी पारी से कही ज्यादा कठिन पारी शॉन मार्श की थी, क्योंकि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज़ है. उनके लिए रफ़ बिलकुल आउटसाइड ऑफ स्टंप पर था, जहाँ से जडेजा बहुत खतरनाक साबित हो रहे थे, लेकिन फिर भी उन्होंने इतनी शानदार पारी खेली.”    भारत के जीत के अरमानों पर पानी फेरने के बाद ये क्या कह गये शॉन मार्श

पीटर ने आगे अपनी साझेदारी के दौरान बने प्लान के बारे में बताया, “हम दोनों अपने अपने प्लान से खेल रहे थे. हमारा प्लान बस एक दूसरे का आत्मविश्वास बढ़ाना था. हम जब भी मिडिल में बात करने आते, मार्श मुझसे कहते अच्छा खेल रहे हो और मैं उनसे कहता अच्छा खेल रहे हो.” 

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