डेनमार्क की टेनिस खिलाड़ी कैरोलिन वोजनियास्की ने मियामी ओपन के महिला एकल वर्ग के फाइनल में चेकगणराज्य की कारोलिना प्लिसकोवा को मात देते हुए फाइनल में जगह बना ली है। सेमीफाइनल में वोजनियास्की ने प्लिसकोवा को 5-7, 6-1, 6-1 से मात दी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इतनी शानदार गेंदबाजी के बाद उमेश यादव को लेकर कह दी ये बड़ी बात
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, गुरुवार को खेले गए इस मैच में जब पिल्सकोवा ने तीन सेट प्वांइट बचाए तो जीत उनके खाते में जाती दिख रही थी। उन्होंने पहला सेट भी अपने नाम किया लेकिन इसके बाद मैच ने अपना रूख पलटा।
वोजनियास्की ने शानदार वापसी की और प्लिसकोवा द्वारा की गई गलतियों का फायदा उठाया। आईपीएल में नए कप्तान के साथ इस नए लुक में नज़र आएगी पुणे की टीम, स्टीव स्मिथ ने धोनी से कप्तानी मिलने पर दिया काफी चौकाने वाला बयान
इस मैच को जीतने वाली वोजनियास्की उन खिलाड़ियों में चौथे स्थान पर आ हैं जो डब्ल्यूटीए के इस जरूरी टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे ज्यादा बार पहुंची है। वह छठी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं। रूस की मारिया शारापोवा सबसे ज्यादा नौ बार, अमेरिका की सेरेना विलियम्स और बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका आठ-आठ बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची हैं।
फाइनल में वोजनियास्की का सामना योहाना कोंटा से होगा। कोंटा ने अमेरिका की दिग्गज महिला टेनिस खिलाड़ी वीनस विलियम्स को मात देकर फाइनल में प्रवेश कर इतिहास रचा है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कोंटा इस टूनार्मेंट के फाइनल में पहुंचने वाली पहली ब्रिटिश महिला टेनिस खिलाड़ी बन गईं।
कोंटा ने मियामी ओपन में महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में वीनस को 6-4, 7-5 से मात देकर खिताबी मुकाबले में कदम रखा।
मैच के बाद कोंटा ने कहा, “मुझे वोजनियास्की से होने वाले मैच का इंतजार है। यह संघर्षपूर्ण मुकाबला होने वाला है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की कोशिश करूंगी।”