चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में जिस तरह से जडेजा ने हार्दिक पंड्या को रन आउट कराया उसके बाद से भारत में सबसे ज्यादा नफरत करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. उस रन आउट के बाद सोशल मीडिया पर उनको लेकर लोगों ने उनका जमकर मजाक उड़ाया. लेकिन आज हम आप को क्यों जडेजा से नफरत करने की जरूरत नही हैं.
दुनिया के सर्वश्रेठ फ़ील्डर
जडेजा जैसा खिलाड़ी तलाश करना मुश्किल हैं. जडेजा मैदान पर बहुत तेज़ हैं. जिस तरह से वो मैदान पर फ़ील्डिंग करते हैं दुनिया को भी बल्लेबाज़ उनके पास से रन चुराने की कोशिश करने से पहले सोचेगा जरुर.
इस चैंपियंस ट्राफी में भी जडेजा ने बेहद शानदार फ़ील्डिंग की हैं. शायद ऐसा कोई समय रहा हो जब उनसे थ्रो या कोई कैच छुटा हो. जडेजा इस समय दुनिया के सबसे अच्छे फ़ील्डर में से एक हैं.
एक अच्छा बल्लेबाज़
जब जडेजा ने अपने करियर की शुरुआत की थी तब उन्हें एक बैटिंग आलराउंडर के रूप में देखा जा रहा था. लेकिन अच्छा प्रदर्शन न होने के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने अपनी बल्लेंबाज़ी पर काम किया.आज वो निचलेक्रम में आ कर न केवल रन बना सकते है बल्कि हिट भी कर सकते हैं. मदनलाल ने ठहराया कुंबले को कुसूरवार, सहवाग को नहीं बल्कि इस भारतीय खिलाड़ी को मुख्य कोच बनाने की लगाई गुहार
शानदार गेंदबाज़
जडेजा अपने दिन पर दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज़ की भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने अभी तक अपने करियर में सिर्फ 4.92 के इकॉनमी से रन दिए हैं. इससे पता चलता है जडेजा रन देने के मामले में कितने ज्यादा कंजूस हैं. जडेजा इस समय दुनिया के सबसे अच्छे टेस्ट गेंदबाजों में एक हैं.
टीम प्लेयर
इसमें कोई शक नही है कि जडेजा की वजह से हार्दिक फाइनल में आउट हुआ था. लेकिन इससे पहले जब भी टीम को जरूरत पड़ी है जडेजा हमेशा से आगे आए हैं. जडेजा ने जरूरत के समय विकेट निकाल कर दिए हैं और रन रोके हैं. बल्लेबाज़ी में टीम को जरूरत पड़ने पर भी जडेजा ने अच्छा किया हैं. मदनलाल ने ठहराया कुंबले को कुसूरवार, सहवाग को नहीं बल्कि इस भारतीय खिलाड़ी को मुख्य कोच बनाने की लगाई गुहार
सेल्फ मेड प्लेयर
2009 के टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ ख़राब बल्लेबाजी के बाद उन्हें टीम से ड्राप कर दिया गया था. इस मैच के बाद जडेजा ने अपने गेम पर ध्यान दिया. एक बैटिंग आलराउंडर से जडेजा आज टेस्ट में गेंदबाजों की रैंकिंग में 1 पर हैं. घरेलू सीरीज के दौरान जडेजा की वजह से ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड की वजह से भारत ने जीत हासिल की थी.