भारत ने नागपुर में हुए टी-20 मुकाबले में बांग्लादेश को 30 रनों से हराया। सीरीज के पहले मैच को बांग्लादेश ने 7 विकेट से अपने नाम किया था। दूसरे मुकाबले को भारत ने 8 विकेट से जीत लिया। तीसरा और निर्णायक मुकाबला अपने नाम कर भारतीय टीम से सीरीज जीत ली। नागपुर में भारत की जीत के सबसे बड़ी वजह दीपक चाहर के 6 और शिवम दुबे के तीन विकेट थे।
मुस्ताफिजुर रहमान रहे खामोश
बांग्लादेश के सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान इस सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने टूर्नामेंट में 9.4 ओवर डाले और इसमें 92 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया। टीम की सीरीज हार में यह बड़ी वजहों में शामिल रहा।
उन्होंने 2015 में भारत के खिलाफ ही अपना वनडे डेब्यू किया था। पहले दो मैचों में ही 11 विकेट लेकर उन्होंने सनसनी मचा दी। इसके साथ ही बांग्लादेश ने उस सीरीज को भी अपने नाम कर लिया था।
इरफ़ान पठान ने दिया सुझाव
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इरफ़ान पठान ने मुस्ताफिजुर रहमान के खराब फॉर्म पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका मानना है कि फिज ज्यातर गेंदें पटकी हुई डाल रहे हैं और इसी पर रन दे रहे हैं। क्रिकबज के अनुसार पठान ने कहा
“व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि उनके गेंद की लंबाई आगे होनी चाहिए। अगर आप उनके करियर पर नजर डालें तो ज्यादातर उन्होंने आगे की गेंद पर विकेट हासिल किए हैं। क्योंकि यहीं से उनकी वैरायटी काम आती है। दूसरी बात जो बहुत महत्वपूर्ण है, यह है कि उसे यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि वह दूर ना जाए।”
145 किमी/घंटे की जरूरी नहीं
इरफ़ान पठान का मानना है कि तेज गेंदबाजों को सफल होने के लिए 145-150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही गेंदबाजी करने की जरूरत नहीं है। उनके अनुसार विविधता होनी चाहिए और इसके लिए ग्लेन मैकग्रा का उदाहरण भी दिया। जूनियर पठान ने कहा
“वह एक बाएं हाथ का गेंदबाज है और 135 किमी / घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। उनके पास विविधता भी है। मुझे नहीं लगता कि प्रत्येक गेंदबाज को सफल होने के लिए 140 से 150 किमी / घंटा की गति से गेंदबाजी करने की आवश्यकता होती है।
अगर आप ग्लेन मैक्ग्रा को देखते हैं, तो उन्होंने 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए। वह कभी 145 किमी / घंटा गेंदबाज नहीं थे। वसीम अकरम 150 से अधिक गेंदबाज नहीं थे, उनके पास विविधताएं थीं। सिर्फ गति की जरूरत नहीं है बल्कि सही जगह पर गेंद डालने ज्यादा जरूरी है।”