क्रिकेटर आरपी सिंह सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन के आए थे, जहाँ आरपी सिंह ने अर्चक श्रीकांत मिश्रा के साथ अनुष्ठान किया। इस बीच उन्होंने श्रीकांत से भविष्य को लेक़र बात की. उन्होंने अर्चक श्रीकांत से क्रिकेट छोड़ने को लेकर भी बात की. अपने करियर के ढलान पर आ चुके आरपी सिंह ने 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में भारत को ख़िताब जीतने में मदद की थी.
अपने भविष्य को ले कर आरपी सिंह से पूछने पर उन्होने कहा, कि वो कुछ प्लान कर रहे है, लेकिन अभी वो इसके बारे में कोई भी जानकारी नही दे सकते है. वो इस बारे में आगे सबको बताएगे. आईपीएल 10 के लिए दिन समय और स्थान की हुई घोषणा, देखे कब और कहा खेला जायेगा पहला मैच
अपनी इस यात्रा में आर पी मंदिर से निकल कर कुछ दूर काशी की सड़कों पर ही अपने दोस्तों के साथ घूमे। इसके बाद उन्होंने दोस्तों के साथ बैठकर बांस फाटक पर लस्सी भी पी। खालिद लतीफ़ ने सभी फिक्सिंग के आरोप किये खारिज और दोबारा से परिक्षण का सामना करने के लिए तैयार
31 साल के आरपी सिंह पिछले दो साल से गुजरात रणजी टीम से जुड़े हुए हैं। वे खिलाड़ियों के मेंटर के रूप में काम कर रहे हैं। यह हैरानी वाली बात है, कि वे अपनी इन सर्विसेज के लिए टीम से कोई पैसा नहीं ले रहे। इस बात का खुलासा इसी साल जनवरी में टीम के कोच विजय पटेल ने किया था।
आरपी सिंह ने आखिरी बार पुणे के लिए खेले थे.जहाँ उनका प्रदर्शन बेहद निराशजनक था.जिसके बाद टीम में उन्हें रिटेन नही किया था.
इस समय आरपी सिंह युवा गेदबाजों को मेंटर कर रहे है और इस बार उन्होंने रणजी ट्राफी गुजरात के लिए खिताब जीतने में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया था.उन्होंने सेमीफाइनल में झारखंड के खिलाफ दोनों परियों को मिला कर 9 विकेट लिए थे और गुजरात को 65 साल बाद रणजी के फाइनल में पहुचने का अवसर मिला था.