वर्तमान में भारत की महिलाएं पुरूषों से किसी भी काम में पीछे नहीं है, दुनिया में शायद ऐसा अब कोई काम नहीं बचा है, जो भारतीय पुरुष करते हो और भारतीय महिला ना कर सके.डब्ल्यूडब्ल्यूई रेसलर फिन बैलोर ने दे डाली है ब्रॉक लेसनर और ब्राउन स्ट्रोमेन को लड़ने की चुनौती
यहाँ तक कि डब्लूडब्लूई में भी अब भारत की एक महिला रेसलर पहुच चुकी है, द ग्रेट खली व डब्लूडब्लूई वर्ल्ड हेविवेट चैंपियन जिंदर महल जैसे फाइटरो के बाद अब डब्लूडब्लूई में हरियाणा की कविता देवी भी भारत का झंडा ऊँचा करने पहुँच गई है.
‘में यंग’ नाम के टूर्नामेंट में कर रही है प्रतिभाग
कविता देवी 32 विमेन के एक एलिमिनेशन टूर्नामेंट ‘में यंग’ नाम के टूर्नामेंट में प्रतिभाग कर रही है, इस टूर्नामेंट में विश्व के सभी देशों से टॉप महिला रेसलर्स ने हिस्सा लिया है, अमेरिका, न्यूजीलैंड, जर्मनी, जापान, मेक्सिको,चीन और भारत जैसे सभी बड़े देशों की महिला रेसलर्स इस टूर्नामेंट का हिस्सा ले रही हैं.
डब्लूडब्लूई में लड़ने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
कविता देवी डब्लूडब्लूई में कम्पीट करने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर बन गई हैं, उनका मुकाबला 32 विमेन के एलिमिनेशन ‘में यंग’ नाम के टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड की डकोटा काई के साथ हुआ.
हार का सामना किया अपने पहले मैच में
न्यूजीलैंड की डकोटा काई के साथ हुए अपने पहले मैच में कविता देवी को हार का सामना करना पड़ा, हालाँकि देवी ने मैच को डोमिनेट किया और काई को एक हाथ से उठाकर मैट पर भी पटका, लेकिन काई की तेज़ी के सामने उनके एक न चली और काई ने उन्हें एक बेस रनिंग किक लगाया और टॉप रोप से सोल स्टोम्प ऑफ लगाकर जीत हासिल की.ग्रेट बॉल्स ऑफ फायर पेपरव्यू में ब्रॉन स्ट्रोमैन को घायल करने एक बाद रोमन रेंस ने दी प्रतिक्रिया
है बधाई की पात्र
कविता देवी की हार से निराश होने की जरूरत नहीं है और उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए ही बधाई देनी चहिए, उन्होंने प्रोफेशनल रेसलिंग में इतिहास रचा है और पूरे हरियाणा और भारत का सर गर्व से ऊंचा किया है.